हेल्थ। किसी को बार-बार सीन में जलन की समस्या हो और इसका इलाज ना कराए तो यह कई अन्य समस्या के साथ गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज के होने का कारण बन सकता है। इसके अलावा, कई अन्य कारणों से भी हार्ट बर्न हो सकता है जैसे अधिक मात्रा में कॉफी पीना, एल्कोहल, टमाटर, फैटी या फिर स्पाइसी फूड्स का सेवन करना आदि। बार-बार सीने में जलन की शिकायत होने से सीने में बेचैनी महसूस होने लगता है यदि आपको भी कभी ऐसा लगे तो बिना देर किए डॉक्टर से जरूर सलाह लें। जबकि कुछ लोगों को अधिकतर ज्यादा मसालेदार, ऑयली फूड्स खाने से जलन होने लगती है। यदि आपको भी ऐसा महसूस होता है, तो आप बिना दवाओं के ही इन उपायों से राहत पा सकते हैं सीने में जलन होना एक आम समस्या हो गयी है, जो कई लोगों को अक्सर परेशान करती रहती है। यह आमतौर पर एसिड रिफ्लक्स के कारण होता है। जब पेट में मौजूद एसिड वापस इसोफेगस की तरफ जाता है।
सीने में जलन दूर करने के उपाय
यदि आप बहुत ज्यादा स्मोकिंग और एल्कोहल का सेवन करते हैं तो इससे भी हार्टबर्न की समस्या होने लगती है। धूम्रपान करने वालों को खांसी होने की समस्या तो रहती ही है जिससे पेट पर दबाव बढ़ जाता है और सीने में जलन होने लगती है। जब आप पेट भरकर खाते ही बेड पर लेट जाते हैं तो भी सीने में जलन की समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि रात में जब आप सोते हैं तो डाइजेस्टिव सिस्टम स्लो हो जाता है। भोजन पेट में देर तक रहता है और सोने के दौरान इसे रिफ्लक्स करने का मौका मिल जाता है। साथ ही अधिक ऑयली, स्पाइसी और बाहर का उल्टा-सीधा खाने से भी हार्टबर्न की समस्या होती है।
एक बार में पेट भरकर खाने से भी गैस, जलन, भारीपन, बेचैनी महसूस होने लगती है। ऐसे में जरूरी है कि आप दिन भर में तीन बार अधिक मात्रा में खाने की बजाय कई बार में छोटे-छोटे भोजन करें। देर रात स्नैक्स खाने से बचें। खाने के बाद कम से कम दो से तीन घंटे तक बेड पर ना जाएं।
पपीता खाने के फायदे
कई बार अधिक वजन के कारण भी सीने में जलन की समस्या होने लगती है। ओवरवेट होने के कारण पेट पर प्रेशर बनता है, जिससे हार्टबर्न होता है। नियमित एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट के जरिए वेट को कंट्रोल करने की कोशिश करें वरना कई अन्य रोग के होने का रिस्क बढ़ सकता है।
कई बार टाइट कपड़े भी खासकर कमर के आसपास पेट पर दबाव डाल सकते हैं। इससे भी हार्ट बर्न का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए आप ढीले-ढाले कपड़े पहनने की कोशिश करें, खासकर भोजन करने खाने के बाद।
पानी पीने से हार्ट बर्न की समस्या दूर होती है, क्योंकि यह पाचन में सहायता करता है। जबकि, एक समय में बहुत अधिक पानी पीने से भी बचें, क्योंकि इससे स्टमक कंटेंट की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे हार्टबर्न की समस्या शुरू हो सकती है। इसलिए आप सारा दिन कम मात्रा में पानी पीते रहें। भोजन के बाद च्युइंगम चबाने से भी हार्टबर्न की समस्या को दूर करने में लाभदायक साबित हो सकता है।
फूड्स जो हार्टबर्न की समस्या बढ़ाते हैं
कुछ लोगों में खास तरह के फूड्स हार्टबर्न के लक्षणों को ट्रिगर कर सकते हैं। ऐसे में क्रोनिक हार्टबर्न की समस्या से ग्रस्त लोगों को इनके सेवन से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए। डीप फ्राइड फूड्स, फैटी फूड्स, एसिडिक फूड्स, स्पाइसी फूड्स, टमाटर और इससे बने खाद्य पदार्थ, कॉफी, चॉकलेट, पेपरमिंट आदि सीने में जलन की समस्या को बढ़ाते हैं।