Dehradun News: उत्तराखंड़ के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नशा माफिया के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि 2025 तक उत्तराखंड को ड्रग्स मुक्त बनाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए अफसरों को ऑनरशिप लेनी होगी। यह केवल बैठकों तक सीमित नहीं रहना चाहिए।
ड्रग्स माफिया पर सख्त कार्रवाई का दिया निर्देश: सीएम धामी
यह निर्देश सीएम धामी ने सचिवालय में राज्य स्तरीय नारकोटिक्स समन्वय बैठक की चौथी बैठक में दिया। उन्होंने उत्तराखंड में नशे की सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए पुलिस को नशे का व्यापार करने वाले अपराधियों और ड्रग्स माफिया पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने को कहा।
नशा मुक्ति केंद्र हो रहे संचालित
उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना, संचालन, उपचार एवं डॉक्टरों की व्यवस्था के लिए स्पष्ट गाइडलाइन एवं वर्किंग प्लान को जल्द लागू करने में आ रही बाधाओं से निपटने के लिए उनसे सीधे संपर्क करें। वर्तमान में राज्य में निजी प्रयासों से 43 निजी नशा मुक्ति केंद्र संचालित हो रहे हैं। उन्होने कहा कि यह अधिकारियों के कर्तव्य के साथ ही मानवता की सेवा का भी कार्य है।
उन्होंने उत्तराखंड पुलिस विभाग के अफसरों और जवानों को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में प्रतिनियुक्ति व प्रशिक्षण के लिए भेजने की कार्ययोजना पर गंभीरता से कार्य करने के निर्देश भी दिए।
26 जून को दिलाई जाएगी शपथ
मुख्यमंत्री ने 26 जून को वर्ल्ड एंटी ड्रग्स डे को योग दिवस की तर्ज पर भव्यता संग मनाने के निर्देश दिए। राज्य के युवाओं को नशा विरोधी ई-शपथ दिलाई जाएगी। बता दें कि पिछले साल 55,300 युवाओं ने ई-शपथ ली थी। पुलिस विभाग इस बार नया रिकार्ड बनाएगा।
इन अस्पतालों में मिल सकेगा उपचार
बता दें कि मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों का उपचार श्रीनगर, उत्तरकाशी, चंपावत और अल्मोड़ा के राजकीय अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में मिल सकेगा। बैठक में बताया गया कि एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी के लिए केंद्र सरकार ने चारों स्थानों का चयन कर लिया है।