UP : गोरखपुर में सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस मामले को लेकर आदेश दिया जा चुका है। जिले की सीमा से जुड़े देवरिया, महराजगंज, मऊ, संतकबीरनगर से सटे गांव के साथ जिले के भीतर तहसील के सर्किल रेट एक समान करने पर जोर है। इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी निर्देश दे चुके हैं।
सरकारी योजनाओं के लिए समझौते
रजिस्ट्री विभाग के दौरान देखा जा रहा है कि सीमा से सटे जिलों की भूमि की दरों में काफी अंतर है। विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं के लिए समझौते के आधार पर भूमि खरीदने या अनिवार्य अर्जन के दौरान दरें अलग-अलग होने की वजह से मुआवजे की राशि भी अलग-अलग हो जाती है, जिससे प्रभावित काश्तकारों में आक्रोश असंतोष पनपता है।
सर्किल रेट बढ़ने से किसानों की बढ़ी उम्मीद
जानकारी के मुताबिक, राज्य के 42 जिलों में सर्किल रेट बढ़ने से यहां के किसानों की भी उम्मीद बढ़ी है। उनका कहना है कि कितने वर्षों से भूमि का सर्किल रेट नहीं बढ़ रहा है जिसकी वजह से भूमि अधिग्रहण में बहुत कम दर पर भुगतान किया जा रहा है।
किसानों को सर्किल रेट में बदलाव का इंतजार
बताया गया है कि गोरखपुर में अगस्त 2016 के बाद सर्किल रेट नहीं बढ़ाया गया है, जबकि भूमि की बाजार की कीमतों में कई गुना वृद्धि हुई। दो माह पहले जिला प्रशासन ने सर्किल रेट के साथ लागू होने वाले सामान्य निर्देश में कुछ परिवर्तन किए। लेकिन अब किसानों, काश्तकारों को सर्किल रेट में बदलाव का इंतजार है।
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