अब बुजुर्ग ही नही बच्चों के भी सफेद हो रहे बाल, जानें क्या है इसका कारण और उपाय

Health: आमतौर पर बाल सफेद होना उम्र बढ़ने की निशानी होता है. लेकिन, असमय भी बाल सफेद हो सकते हैं. कम उम्र में पोषक तत्वों की कमी से बाल सफेद हो सकते हैं. बाल समय से पहले सफेद ना हो उसके लिए बैलेंस्ड डाइट काम आ सकती है. ऐसे में यह पता होना जरूरी है कि किस विटामिन की कमी है जिसे पूरा करने पर ध्यान दिया जाना जरूरी है.

बच्चों के बाल सफेद होने के कारण
  • आनुवंशिकी : जिन परिवारों में माता-पिता में से किसी एक के बाल समय से पहले सफ़ेद हो गए हों, वहाँ जन्मे बच्चों में इस स्थिति के विकसित होने का ख़तरा ज़्यादा होता है. ऑटोसोमल गुणसूत्रों पर प्रमुख जीन उत्परिवर्तन विटिलिगो और ट्यूबरस स्क्लेरोसिस जैसे विकार पैदा कर सकते हैं, जो समय से पहले सफ़ेद होने में योगदान करते हैं.
  • चयापचय संबंधी विकार : मधुमेह, हाइपर/हाइपोएड्रेनलिज़्म, बढ़े हुए लिवर एंजाइम और उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर जैसी स्थितियाँ समय से पहले बालों के सफ़ेद होने का जोखिम बढ़ाती हैं. उदाहरण के लिए, थायरॉइड की गड़बड़ी हार्मोन उत्पादन को बाधित करती है, जिससे बालों के रोम में मेलेनिन संश्लेषण प्रभावित होता है और बाल जल्दी सफ़ेद होने लगते हैं.
  • मानसिक स्वास्थ्य : अत्यधिक अध्ययन, गेमिंग, देर तक जागना, मनोवैज्ञानिक आघात या अनिद्रा से तनाव के कारण समय से पहले बाल सफेद होने की संभावना बढ़ जाती है.
  • अस्वास्थ्यकर आहार : वसा और फास्ट फूड से भरपूर आहार कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है, बालों की जड़ों को कमज़ोर कर सकता है और बालों के विकास को बाधित कर सकता है, जिससे बाल समय से पहले सफेद हो सकते हैं. विटामिन और आयरन, कॉपर और ज़िंक जैसे सूक्ष्म तत्वों की कमी भी इस जोखिम को बढ़ा देती है.
  • तंबाकू के धुएँ के संपर्क में आना : बच्चों में समय से पहले बाल सफेद होने का एक और कारण निष्क्रिय धूम्रपान भी है. तंबाकू में मौजूद रसायनों में कोशिका-ऑक्सीकरण एजेंट होते हैं जो मेलेनिन के उत्पादन को कम करते हैं, जिससे बाल जल्दी सफेद होने लगते हैं.
  • शैंपू और साबुन : हानिकारक रसायनों वाले कुछ शैंपू और साबुन बालों को नुकसान पहुँचा सकते हैं, जिससे वे रूखे, भंगुर और हल्के रंग के हो सकते हैं. बच्चों के बालों की देखभाल के लिए प्राकृतिक हर्बल अर्क और अतिरिक्त पोषक तत्वों वाले सौम्य शैंपू चुनने की सलाह दी जाती है.
 उपाय
  • विटामिन ए : विटामिन ए स्वस्थ स्कैल्प और चमकदार बालों को बढ़ावा देता है. यह विटामिन हरी सब्जियों और पीले रंग के फलों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
  • विटामिन बी : विटामिन बी तेल स्राव को नियंत्रित करता है, जिससे बाल स्वस्थ और मुलायम बने रहते हैं. विटामिन बी से भरपूर खाद्य पदार्थों में दही, हरी सब्ज़ियाँ, टमाटर, ब्रोकली, अनाज, केले और कलेजी शामिल हैं.
  • विटामिन सीः आंवला, नीबू, संतरा एवं अन्य खट्टे फल
  • खनिज : आयरन, ज़िंक और कॉपर जैसे खनिज बालों को मज़बूत बनाने और बढ़ती उम्र को रोकने में मदद करते हैं. ज़िंक चिकन, रेड मीट और हरी सब्ज़ियों में पाया जाता है. आयरन अंडे, रेड मीट, सूखे खुबानी, गेहूँ, अजमोद, बीफ़ और सूरजमुखी के बीजों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. कॉपर साबुत अनाज, समुद्री भोजन और अंडे की जर्दी में पाया जाता है.
  • प्रोटीन : प्रोटीन बालों की चमक बढ़ाता है और बालों की बनावट में सुधार करता है. बच्चे के आहार में अनाज, सोयाबीन और मांस शामिल करके प्रोटीन का सेवन बढ़ाएँ.

अगर बच्चे को चयापचय संबंधी विकारों का खतरा है, तो पूरे शरीर की स्वास्थ्य जाँच करवाना उचित है, जिसमें अंतःस्रावी कार्य, पिट्यूटरी ग्रंथि और थायरॉयड ग्रंथि का आकलन शामिल है. साथ ही, विटिलिगो या ट्यूबरस स्क्लेरोसिस के लक्षणों की भी जाँच करवाएँ.

हरी सब्ज़ियों, फलों, खासकर गहरे हरे पत्तेदार सब्ज़ियों, पत्तागोभी, नाशपाती, खुबानी और रसभरी से भरपूर वैज्ञानिक आहार बनाएँ. बच्चे पर पढ़ाई और परीक्षा का अत्यधिक दबाव डालने से बचें.

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