Delhi: दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस और त्योहारों के दौरान जन सुरक्षा ड्यूटी के लिए रविवार को सभी जिलों में 4000 से अधिक निजी सुरक्षा कर्मियों या ‘प्रहरियों’ के साथ बातचीत-सह-ब्रीफिंग सत्र आयोजित किए.. इस बातचीत का उद्देश्य कानून और व्यवस्था बनाए रखना है, जिसमें सुरक्षा गार्डों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है. सिक्योरिटी गारड के जरिेये दिल्ली की सुरक्षा को सुदृढ़ करना और उन्हें संभावित खतरों की पहचान करने, उसपर एक्शन लेने और सिक्योरिटी प्रोटोकॉल आदि की जानकारी दी गई.
दो प्रमुख कार्यक्रमों में प्रहरियों को संबोधित
पुलिस आयुक्त एसबीके सिंह ने दो प्रमुख कार्यक्रमों में प्रहरियों को संबोधित किया – दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर स्थित मल्टीपर्पज हॉल में, जहां लगभग 800 सुरक्षा गार्डों ने भाग लिया, तथा दक्षिण-पूर्व जिले के लोटस टेंपल ऑडिटोरियम में, जहां लगभग 300 सुरक्षा गार्डों ने भाग लिया. और उन्हें टोपी, रिफ्लेक्टिव जैकेट, डंडा और सीटी सहित सुरक्षा किट भी दी गई.
सिक्योरिटी गार्ड के सहयोग से बढ़ेगी सुरक्षा
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस आयुक्त ने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग में प्रहरी एक अपरिहार्य कड़ी हैं और उनका सहयोग कानून की पहुंच, जवाबदेही और प्रभावशीलता को बढ़ाता है. बयान में कहा गया है कि विभिन्न जिलों में शनिवार की ब्रीफिंग में शामिल होने वाले निजी सुरक्षा कर्मियों में शामिल थे. दक्षिण पूर्व (300), दक्षिण (305), रोहिणी (300), बाहरी उत्तर (383), उत्तर पश्चिम (215), पश्चिम (230), बाहरी (160), द्वारका (362), शाहदरा (238), पूर्व (253), उत्तर पूर्व (194), दक्षिण पश्चिम (180), नई दिल्ली (97), उत्तर (400) और मध्य (400).
संदिग्ध गतिविधियों पर नजर
बयान में आगे कहा गया है कि बातचीत के दौरान, गार्डों को सलाह दी गई कि वे ज़रूरत पड़ने पर विनम्र लेकिन कड़ी तलाशी लें, आसपास के वातावरण पर लगातार नज़र रखें, संदिग्ध व्यक्तियों या गतिविधियों की सूचना पुलिस को दें, लावारिस वस्तुओं के प्रति सतर्क रहें और समारोहों के दौरान भीड़ प्रबंधन में सहायता करें. लावारिस वस्तुओं और असमान्य व्यवहार की सूचना देने का निर्देश दिए गए.
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