RBI MPC Meeting 2024: भारतीय रिजर्व बैंक की एमपीसी बैठक में रेपो रेट को अपरिवर्तित रखा गया है. यह लगातार आठवां मौका है जब नीतिगत दर यानी रेपो रेट को 6.50 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है. बता दें कि आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) की बैठक 5 से 7 जून तक चली, जिसमें 4:2 बहुमत से रेपो रेट को अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया है. आज आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने इसकी घोषणा की है. रेपो रेट अपरिवर्तित रखने के कारण सस्ते कर्ज और कम ईएमआई के लिए लोगों को अभी और इंतजार करना होगा. हालांकि आरबीआई ने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.20 प्रतिशत कर दिया है.
खाद्य मुद्रास्फीति ऊंची बनी हुई
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ईंधन की कीमतों में गिरावट चल रहा है, लेकिन खाद्य मुद्रास्फीति उच्च स्तर पर बनी हुई है. उन्होंने कहा कि एमपीसी मुद्रास्फीति, विशेष रूप से खाद्य मुद्रास्फीति के बाहरी जोखिमों के प्रति सावधान है, क्योंकि इससे अवस्फीति की राह में देरी हो सकती है. केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य स्तर तक कम करने और मुद्रास्फीति की उम्मीद को स्थिर रखने ध्यान केंद्रित कर रहा है. शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई मुद्रास्फीति को टिकाऊ आधार पर 4 प्रतिशत के लक्ष्य पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है.
आरबीआई का मुद्रास्फीति अनुमान
आरबीआई ने फाइनेंशियल ईयर 2025 में महंगाई के 4.5 प्रतिशत पर बने रहने का अनुमान जताया है.
- Q1FY25 मुद्रास्फीति अनुमान 4.9 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया
- Q2FY25 मुद्रास्फीति अनुमान 3.8 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया
- Q3FY25 मुद्रास्फीति अनुमान 4.6 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया
- Q4FY25 मुद्रास्फीति अनुमान 4.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया
कितनी रहेगी जीडीपी ग्रोथ और खुदरा महंगाई
शक्तिकांत दास ने वित्त वर्ष 2025 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट को 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है.उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में स्थिर विवेकाधीन खर्च के साथ निजी खपत में सुधार हो रहा है.निवेश गतिविधि में तेजी चल रही है. मॉनसून के सामान्य होने से खरीफ उत्पादन में तेजी की संभावना है. गवर्नर दास ने कहा कि खाद्य मुद्रास्फीति अभी भी आरबीआई के लिए बड़ी चिंता का विषय है. गर्मी के कारण सब्जी की कीमतों में तेजी दिख रही है. उन्होंने आगे कहा कि पूरी दुनिया में खाने पीने की चीजों के दाम बढ़ा हैं.
भारतीय करेंसी पर कहा…
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय रुपया अपनी स्थिरता बनाए हुए है और 10 साल के नोट पर कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. मौजूदा समय में, स्थानीय मुद्रा अमेरिकी डॉलर के तुलना में 83.47 पर ट्रेड कर रही है.
क्या है रेपो रेट
रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर आरबीआई वाणिज्यिक बैंकों को धन की कमी होने पर ऋण देता है. यह मौद्रिक अधिकारियों के लिए मुद्रास्फीति के दबावों को प्रबंधित करने के लिए एक उपकरण के तौर पर कार्य करता है.
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