एस्ट्रोलॉजी। रक्षाबंधन का त्योहार गजकेसरी योग में मनाया जाएगा। इस वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार रविवार को मनाया जाएगा। बता दे कि राखी पर भद्राकाल का विचार अवश्य करना चाहिए, लेकिन इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं रहेगी। भद्राकाल राखी के अगले दिन यानी 23 अगस्त को सुबह 5 बजकर 34 मिनट से 6 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस बार राखी बांधने के लिए आपको 22 अगस्त की सुबह 5 बजकर 50 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 03 मिनट का समय तक मिलेगा। वहीं अगर रक्षाबंधन के दिन अन्य ग्रहों का संयोग देखा जाये तो रक्षाबंधन के दिन सूर्य, मंगल और बुध तीनों एक साथ सिंह राशि में मौजूद रहेंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार रक्षाबंधन के दिन तीन ग्रहों का ऐसा संयोग 474 सालों के बाद बन रहा है। 474 वर्षों बाद रक्षाबंधन धनिष्ठा नक्षत्र में और सूर्य, मंगल और बुध का सिंह राशि में होने पर मनाया जाएगा।