Sehund Benefits: पुराने समय से ही आयुर्वेद में कई ऐसे पेड़-पौधे हैं, जिनकी पत्तियों का इस्तेमाल औषधी के रूप में किया जाता है। इन पत्तियों का सेवन हमारी सेहत के लिए रामबाण साबित होता है। ऐसे में ही एक पेड़ है सेहुंड। इसकी पत्तियां हमारे जीवन में संजीवनी की तरह से काम करती हैं। सेहुंड का पत्ता बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए बेहद ही असरदार होता है। तो चलिए जानते है कि इसके सेवन से होने वाले अन्य फायदों के बारे में..
खांसी में फायदेमंद
मौसम का थेड़ा सा भी परिवर्तन बच्चों के लिए सर्दी खांसी जैसी परेशानी का जरिया बन जाता है। ऐसे में महंगी दवाइयां करने के बजाए आप बिना एक पैसे लगें ही इन बिमारियों से निजात पा सकते है। इसके लिए आपको सबसे पहले 2 से 3 सेहुंड के पत्ते लेकर तवें पर हल्का सा गर्म कर लेना है। इसके बाद इन्हें मसलकर रस निकाल लेंगे। इसेक बाद इस रस में थोड़ा सा नमक मिला के बच्चों को पिला दें। ऐसा करने से आपके बच्चों को जल्द ही सर्दी जुकाम के समस्या से राहत मिल सकेगी। लेकिन ध्यान रखें कि यदि आपका बच्चा ज्यादा छोटा है, तो आप इसमें नमक की जगह गुड़ भी दे सकते हैं।
बवासीर में असरदार
बवासीर की स्थिति में इंसान को बेतहाशा दर्द होता है यदि किसी को इस तरह की दिक्कत है तो ऐसी स्थिति में सेहुंड की पत्तियां काफी असरदार साबित हो सकती हैं। इसके लिए आप सेहुंड की पत्तियों को गर्म करके उनका रस निकाल लेंगे। इसके बाद इसमें थोड़ा सा हल्दी पाउडर और दूध मिला लें। इसके बाद अब इस लेप को बवासीर वाले स्थान पर लगाएंगे। ऐसा करने से आपको बवासीर की परेशानी से राहत मिल सकती है।
मस्सा-फुंसी में असरदार
मस्सा और फुंसी दोनों ही स्किन को खराब कर देती है। ये आपकी पर्सनॉलिटी को खराब करने में अहम भूमिका निभाती है। साथ ही इनके होने दर्द भी परेशान करता है। यदि किसी को इस तरह की समस्या से राहत पाने के लिए सेहुंड की पत्तियों से इसका दूध निकाल लें। अब इस दूध को फोड़ा-फुंसी और मस्से के स्थान पर लगाना है। ऐसा करने आपको जल्द ही फोड़े-फुंसी से निजात मिलेगा।
सूजन से छुटकारा
शरीर में सूजन जैसी परेशानी को खत्म करने के लिए भी सेहुंड की पत्तियों का इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि आप इस तरह की दिक्कत से जूझ रहे हैं तो इन पत्तियों से निकलने वाले दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको सेहुंड की पत्तियों से दूध निकालना है। अब इसे सूजन होने वाले स्थान पर लगाएंगे। ऐसा 4-5 बार करेंगे तो आपको राहत महसूस होने लगेगी।