लखनऊ। टीबी मरीजों के लिए प्रदेश में तीन ड्रग रेजिस्टेंट टेस्टिंग (डीआरटी) सेंटर खोले जाएंगे। इससे मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (एमडीआर) और एक्सटेंसिव ड्रग रेजिस्टेंट (एक्सडीआर) वाले मरीजों को राहत मिलेगी। इसी तरह लखनऊ में एसजीपीजीआई और जिम्स नोएडा में कल्चर लैब भी खोली जाएगी। प्रदेश में इन दिनों करीब तीन लाख 68 हजार मरीज हैं। इन मरीजों में एमडीआर और एक्सडीआर के मरीजों की जांच के लिए अभी तक 22 सेंटर हैं। अब लखनऊ के लोहिया संस्थान में भी यह सेंटर खोला जा रहा है। यहां केजीएमूय में पहले से यह सेंटर चल रहा है। इसी तरह बांदा स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज और जालौन के राजकीय मेडिकल कॉलेज में भी डीआरटी सेंटर खोला जा रहा है। इस सेंटर के खुलने से बुंदेलखंड के मरीजों को खासतौर से फायदा मिलेगा। क्योंकि उन्हें जांच के लिए अभी कानपुर आना पड़ता है। बुंदेलखंड में क्रेशर कारोबार होने की वजह से यहां एमडीआर के मरीज ज्यादा हैं। राज्य टीबी नियंत्रण अधिकारी डा. संतोष गुप्ता ने बताया इस तीन नए सेंटर के खुलने से टीबी नियंत्रण अभियान को गति मिलेगी। दस्तक अभियान के दौरान जुलाई माह में करीब 3600 नए मरीज मिले हैं। इन दिनों 458 ट्रूनेट और 145 सीबीनेट मशीन से जांच की सुविधा दी जा रही है।