लखनऊ। राजधानी के 250 से अधिक पार्कों की सूरत एलडीए बदलेगा। क्षेत्रीय अवस्थापना निधि से ये काम कराए जाने हैं। पहले चरण में गोमती नगर समेत तीन इलाकों के 76 पार्कों को एलडीए ने चुना है। इन पार्कों में दीपावली तक बदलाव दिखने लगेगा। एक साल तक इन पार्कों का रखरखाव भी एलडीए देखेगा। इसके बाद नगर निगम को पार्क हैंडओवर कर दिए जाएंगे। अवस्थापना निधि से सौंदर्यीकरण के लिए 311 पार्क एलडीए ने चुने थे। इनमें से कुछ में काम नगर निगम ने करा दिया है। ऐसे में एलडीए अब सत्यापन के बाद ही विकास कार्य करा रहा है। 76 पार्क अभी चुनकर संवारने की कार्रवाई शुरू हो गई है। करीब तीन करोड़ रुपये इन पार्कों पर खर्च किया जाएगा। 15 सितंबर से यहां काम भी शुरू हो जायेगा। ये सभी कॉलोनियों के अंदर के पार्क हैं। इन पार्कों का शुरू होगा विकास:- कानपुर रोड योजना में विद्यावती वार्ड-3 के 39 पार्क, खर्च 209.79 लाख रुपये। अलीगंज में 22 पार्क, खर्च 48.40 लाख रुपये। गोमती नगर के विजय खंड, विपुल खंड, विकास खंड, विनीत खंड के 15 पार्क, खर्च 41.31 लाख रुपये। एलडीए ने शहर की झीलों को संवारने का काम फिर शुरू कर दिया है। बायो इंजीनियरिंग की मदद से यहां पानी साफ करते हुए झील को प्रदूषण मुक्त किया जाएगा। वहीं, लोगों के यहां बैठने और घूमने के लिए भी व्यवस्था रहेगी। मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह के मुताबिक करीब 4.83 करोड़ रुपये खर्च होगा। करीब डेढ़ साल में यह झील अपने साफ और मूल स्वरूप में आ जाएगी। इसका उपयोग शहर में भूगर्भ जल रीचार्ज में भी हो सकेगा। एलडीए शहर की तीन झील पर अभी काम कर रहा है। इसमें जमुना झील और काला पहाड़ झील शामिल है।