वाराणसी। वर्तमान परिवेश में अपने संस्कार व संस्कृति से दूर हो रहे ब्राह्मणों को पुन: अपने संस्कारों से जोड़ने के लिए ब्रह्म सेना ने पहल की है। इसके तहत ब्रह्म सेना ने ब्रह्म तेज अभियान के माध्यम से जनेऊ धारण करना छोड़ चुके ब्राह्मणों को विधि विधान से जनेऊ धारण कराएगी। अभियान के तहत ऐसे सवा लाख ब्राह्मणों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी शुरुआत 22 अगस्त को श्रावणी पर्व पर पूर्वाह्न 11:30 बजे दशाश्वमेध घाट पर होगी। ब्रह्म सेना के संस्थापक डॉ. संतोष ओझा ने इसकी जानकारी दी।