Varanasi: आज मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालु उत्तरवाहिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. सूर्योदय के साथ ही स्नान, दान और पूजन के अनुष्ठान शुरू हो गए. वाराणसी के अस्सी से राजघाट के बीच तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान लगाया गया है. कहा जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन शुभ योग में व्रत और स्नान करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं.
Varanasi: एक दिन पहले ही घाटों पर श्रद्धालुओं का जमावड़़ा
मौनी अमावस्या के एक दिन पहले की शाम से ही पूर्वांचल के जिलों से स्नान के लिए श्रद्धालुओं के काशी पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. ठंड के बावजूद भी मध्य रात्रि में दशाश्वमेध, शीतला, राजेंद्र प्रसाद घाट सहित सभी घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ लग गई थी. अस्सी से राजघाट के बीच प्रमुख घाटों पर श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या का स्नान कर रहे है.
Varanasi: सर्वार्थ सिद्धि योग होता है बेहद शुभ
आपको बता दें कि मौनी अमावस्या के दिन सबसे शुभ माना जाने वाला सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. यह योग सुबह 7:05 बजे से रात 11:29 बजे तक रहेगा. घाटों पर तीर्थ पुरोहितों के साथ ही सामाजिक संस्थाओं ने भी शिविर लगाने की तैयारियां देर रात तक पूरी कीं. सामाजिक संस्थाओं की ओर से गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक जगह-जगह शिविर लगाए जाएंगे.
Varanasi: श्रद्धालुओं के सुविधा की व्यवस्था
श्रद्धालुओं के सुविधा को लेकर प्रभारी निरीक्षक विद्याशंकर शुक्ला ने बताया कि लाखों की संख्या में आने वाले स्नानार्थियों को कोई असुविधा न हो इसके लिए जगह बैरिकेडिंग व घाटों पर पुलिस, महिला पुलिस, यातायात पुलिस के अलावा गोताखोर तैनात किए गए है.
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