वाराणसी। 51 दिन के बाद मां विंध्यवसिनी मंदिर का कपाट एक जून से आम श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा। मंगला आरती और श्रृंगार के बाद सुबह सात बजे दर्शन व पूजन का दौर शुरू होगा, जो शाम सात बजे तक चलता रहेगा। चैत्र नवरात्र के पंचमी तिथि से मां विंध्यवसिनी का कपाट कोरोना कर्फ्यू के चलते बंद कर दिया गया था। शासन के गाइडलाइन के बाद श्री विंध्य पंडा समाज की तरफ से पूर्व संध्या पर दर्शन व पूजन की तैयारियां पूरी कर ली गईं। माता दरबार परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए गोला बनाया गया है। श्रीविंध्य पंडा समाज की ओर से मंदिर पर पुरोहितों की ड्यूटी लगाकर एक बार में पांच लोगों के प्रवेश की व्यवस्था बनाई गई है। इस बीच श्रद्धालु पहुंच रहे थे पर वे सीढ़ियों पर ही माला फूल चढ़ाकर या पताका दर्शन कर लौट जा रहे थे। संक्रमण की पहली लहर के दौरान भी लंबे समय तक मंदिर बंद था। श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने कहा कि सरकार के गाइडलाइन का पालन कराते हुए भक्तों को मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन कराया जाएगा। बिना मास्क के किसी को भी मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।