लखनऊ। गोरखपुर में प्रस्तावित महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण अगस्त से शुरू हो जाएगा। पहले चरण में प्रशासनिक भवन, आयुर्वेद, योग और नेचुरोपैथी से जुड़े भवन बनेंगे। निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने आवास पर विश्वविद्यालय निर्माण की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए पर्याप्त भूमि की उपलब्धता हो गई है। अगले पखवारे में विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली जाएगी। जुलाई में विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी जाएगी और अगस्त से निर्माण शुरू कर दिया जाए। उन्होंने टेंडर आदि जारी करने की प्रक्रिया अगले माह तक पूरी करने और सितंबर 2022 तक 90 फीसदी निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य रखने का निर्देश दिया। विश्वविद्यालय परिसर में आयुर्वेद, होम्योपैथिक और यूनानी चिकित्सा विधाओं के उद्भव और विकास, इसके सैद्धांतिक और क्रियात्मक पक्षों का परिचय कराने के लिए संग्रहालय बनेगा। इसमें प्राचीन चिकित्सा विधाओं से जुड़े आचार्यों के योगदान का भी संकलन भी किया जाए। यह संग्रहालय छात्रों का ज्ञान बढ़ाने के साथ प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों से दुनिया को रूबरू कराएगा।