प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के नौ विभागों में सेवानिवृत्त शिक्षकों की पुनर्नियुक्ति दी जाएगी। इसके लिए इविवि प्रशासन ने पूर्व शिक्षकों से आवेदन मांगे हैं। आवेदन 12 जुलाई तक मांगे गए हैं। पूर्व शिक्षकों को यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार भुगतान किया जाएगा। पुनर्नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। इविवि में शिक्षकों की संख्या स्वीकृत पदों के मुकाबले आधे से भी कम है। सभी विभागों में तकरीबन 300 शिक्षक तैनात हैं। कुछ विभागों में शिक्षकों की संख्या काफी कम है। वहीं, 11 विभागों में एक भी शिक्षक नहीं है। जून में भी बड़ी संख्या में शिक्षक रिटायर हुए हैं। ऐसे में शिक्षकों की संख्या और कम हो गई है। शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए अभी विज्ञापन भी जारी नहीं हुआ है। इविवि प्रशासन वर्तमान सत्र में नियुक्त किए गए अतिथि प्रवक्ताओं को अगले सत्र के लिए सेवा विस्तार देने जा रहा है। नया सत्र शुरू होने में देर हो चुकी है। सत्र को पटरी पर लाने के लिए इविवि प्रशासन ने अब रिटायर्ड शिक्षकों की पुनर्नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की है। शिक्षकों को यूजीसी की गाइडलाइन के तहत प्राप्त किए गए अंतिम वेतन से पेंशन की धनराशि काटकर भुगतान किया जाएगा। इविवि प्रशासन ने पुनर्नियुक्ति के लिए अर्थशास्त्र विभाग, अंग्रेजी, संस्कृत, विधि, सांख्यिकी, रसायन विज्ञान, जंतु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान और भौतिक विज्ञान विभाग के सेवानिवृत्त शिक्षकों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इविवि की पीआरओ डॉ. जया कपूर ने बताया कि वर्ष 2015 में कार्य परिषद की ओर से पारित यूजीसी के पुनर्नियुक्ति से संबंधित नियमों के अनुसार आवेदन मांगे गए हैं। जिन विभागों में शिक्षकों की संख्या काफी कम है, वहीं पुनर्नियुक्ति की जाएगी। जो शिक्षक रिटायर हो गए हैं, लेकिन उनका स्वास्थ्य ठीक है और अकादमिक रूप से सक्रिय हैं, ऐसे शिक्षकों के अनुभव का लाभ छात्रों को मिलता रहेगा।