लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय की कवायद सफल रही तो उन सहयुक्त कॉलेजों के शिक्षकों को भी शोध कराने का अवसर मिल सकता है, जहां केवल स्नातक स्तर पर पढ़ाई हो रही है। इसकी संभावनाएं तलाशने के लिए विवि प्रशासन ने एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है। डीन एकेडमिक्स प्रो. राकेश चंद्रा की अध्यक्षता में गठित कमेटी में डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. पूनम टंडन, डॉ. संगीता साहू, प्राचार्य नेताजी सुभाष राजकीय महिला पीजी कॉलेज अलीगंज और प्राचार्य डीएवी डिग्री कॉलेज शामिल हैं। समिति इस संदर्भ में 15 जून तक कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद इसे चर्चा के लिए एकेडमिक काउंसिल की बैठक में रखा जाएगा। बता दें कि अभी सिर्फ पीजी की पढ़ाई कराने वाले कॉलेजों के शिक्षकों को ही शोध कराने का अवसर दिया जाता है।