गाजीपुर। कोविड-19 से उपचार के बाद ठीक हो चुके लोगों में एंटीबॉडी की जांच कराने के लिए जनपद में अब सीरो सर्वे कराए जाने का निर्देश शासन द्वारा दिया गया है। जिसको लेकर जनपद में चार जून से छह जून तक सीरो सर्वे के माध्यम से साल 2020 में कोविड-19 से पाजिटिव हुए लोग और दूसरी लहर में भी पॉजिटिव हुए लोग जो इलाज के बाद निगेटिव हुए। ऐसे लोगों का सीरो सर्वे किया जाएगा। जिसके लिए कुछ लिस्ट शासन के द्वारा भेजी गई है, वही कुछ लोगों का चयन जनपद स्तर से किया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि जिले में सीरो सर्वे के दौरान लोगों की एंटीबॉडी जांच के लिए रक्त के नमूने लिए जाएंगे। इससे यह पता चल सकेगा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कितने लोगों के शरीर में एंटीबॉडी बन चुकी है। कोरोना से संक्रमित हुए लोगों, स्वस्थ हुए लोगों, एंटीबॉडी आदि के बारे में जानने के लिए सीरो सर्वे किया जाता है। इसके लिए चार जून से गाजीपुर सहित प्रदेश भर में सैंपलिंग शुरू हो गई है। इससे लिंग और आयु सहित अलग-अलग पैमाने पर संक्रमण की मौजूदा स्थिति का आंकलन हो सकेगा। जून के अंत तक इस सर्वे के परिणाम सरकार को मिलने लगेंगे। इसी क्रम में जनपद में सर्वे के लिए स्वास्थ्य विभाग की दस टीमों का गठन किया गया है। यह टीमें के 30 क्षेत्रों में जाकर लोगों के रक्त के नमूने लेंगी। तीन दिनों तक चलने वाले इस सर्वे में एक टीम को प्रतिदिन 24 लोगों के रक्त के नमूने लेने होंगे। इन नमूनों को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। इससे यह पता चल सकेगा कि कितने प्रतिशत आबादी में प्रतिरक्षित हो चुकी है। जनपद स्तर पर गठित टीमों के द्वारा सर्वे के लिए निम्न गतिविधियां की जाएंगे। सर्वे के लिए जनपद को चार भागों में विभक्त करना,प्रत्येक भाग से छह परिवारों का चयन करना, चयनित परिवारों के सिरों सर्विलेंस गतिविधियों के उद्देश्य विषय में सूचित करना, चयनित परिवारों से पात्र व्यक्ति का चयन करना, पात्र व्यक्ति को रक्त संग्रहण तक लेकर आना, रक्त संग्रह स्थल पर पात्र व्यक्ति को सहमति पत्र को समझाते हुए इस पत्र पर पात्र व्यक्ति के हस्ताक्षर कराना, पात्र व्यक्ति का रक्त संग्रह से संबंधित अभिलेखीकरण पूर्ण करना, एंटीसेप्टिक प्रक्रिया का पालन करते हुए रक्त संग्रह करना, संग्रहित रक्त को कोल्डबॉक्स में सुरक्षित तरीके से रखना, रक्त संग्रह में प्रयोग किए गए सिरिंज, नीडल काटन इत्यादि का सुरक्षित निस्तारण करना, सभी संग्रहित रक्त के नमूनों तथा वेस्ट मटेरियल का सुरक्षित तरीके से जनपद पर भेजना, प्रतिदिन सभी संग्रहित रक्त के नमूनों को जनपद स्तरीय प्रयोगशाला में लाकर सीरम तैयार कर कोल्ड चेन में रखना। साथ ही गतिविधियों के अंतिम दिवस पर सभी संग्रहित नमूनों की जांच के लिए केजीएमयू डिपार्टमेंट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी के लिए भेजना है।