गोरखपुर। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले गोरखपुर जिले में ऑक्सीजन सिलिंडर की किल्लत दूर हो जाएगी। एम्स, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल समेत नौ स्वास्थ्य केंद्रों पर अब मरीजों को इसके लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसके बाद से मरीजों को ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए परेशान नहीं होना होगा। इन प्लांटों के ऑक्सीजन की गुणवत्ता की जांच करने के साथ ही संबंधित कंपनियों ने करते हुए विभाग को हैंड ओवर कर दिया है। वहीं आठ अन्य केंद्रों पर अगस्त के अंतिम सप्ताह तक ऑक्सीजन प्लांट शुरू कर दिए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत से पूरे जिले में हाहाकर मच गया था। 45 दिनों के अंदर स्थिति ऐसी हो गई थी कि लोगों को एक-एक सिलिंडर के लिए परेशान होना पड़ा था। इसे देखते हुए शासन ने अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए। इसके बाद से एम्स, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल समेत नौ स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया। सीएमओ डॉ सुधाकर पांडेय ने बताया कि इन केंद्रों पर प्लांट लगाने वाली कंपनियों ने ऑक्सीजन की गुणवत्ता की जांच कराई है, जो शुद्ध पाया गया है। इसके बाद से ऑक्सीजन का उपयोग शुरू कर दिया गया है। प्लांट को पाइप लाइन से जोड़ दिया गया है। अस्पतालों में बेड पर ऑक्सीजन प्वाइंट बनाते हुए मरीजों को सुविधाएं देनी शुरू कर दी गई हैं। इसके बाद से ऑक्सीजन सिलिंडर की जरूरत अब नहीं पड़ेगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री के गोद लिए सीएचसी जंगल कौड़िया में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने का शुरू कर दिया गया है।