बरेली। लालफाटक क्रॉसिंग पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज का निरीक्षण करने आए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा कि सेतु निगम चाहे जब तक काम करे, लेकिन ओवरब्रिज पर रेलवे के हिस्से का काम हर हालत में नवंबर तक पूरा हो जाएगा। हुलासनगरा क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज के निर्माण में देरी के लिए उन्होंने एनएचएआई को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि रेलवे अपने हिस्से का बजट दे चुका है। अब इस ओवरब्रिज के निर्माण में उसकी कोई भूमिका नहीं है। लालफाटक क्रॉसिंग पर पहुंचे रेलवे महाप्रबंधक ने ओवरब्रिज का नक्शा देखने के बाद स्थानीय अफसरों से रेलवे के हिस्से के काम के बारे में जानकारी ली और फिर ओवरब्रिज के निर्माण का भी जायजा लिया। करीब 20 मिनट तक लालफाटक क्रॉसिंग पर रुके महाप्रबंधक ने एक-एक हिस्से का बारीकी से मुआयना करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि रेलवे नवंबर तक हर हालत में अपने हिस्से का निर्माण पूरा कर देगा। सेतु निगम कब तक काम करेगा और काम पूरा होने के बाद ओवरब्रिज कब चालू हो पाएगा, यह उसी पर निर्भर करेगा। हुलासनगरा रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज के निर्माण में देरी से वहां अक्सर जाम लगने के सवाल पर रेलवे के महाप्रबंधक ने कहा कि किसी भी बड़े प्रोजेक्ट पर एक ही एजेंसी करती है। हुलासनगरा पर ओवरब्रिज के निर्माण का काम एनएचएआई को करना है। रेलवे अपने हिस्से का बजट दे चुका है। इसलिए ओवरब्रिज के निर्माण में देरी होने में रेलवे की कोई भूमिका नहीं है। पैसेंजर ट्रेनों के संचालन पर उन्होंने कहा कि पब्लिक की मांग पर ट्रेनें चलाई जा रही हैं। अभी पैसेंजर ट्रेनों के चलाने की मांग मुरादाबाद मंडल को नहीं मिली है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि लखनऊ-दिल्ली पर दो अतिरिक्त लाइनें बिछाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। इससे पहले उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने सीतापुर सेक्शन का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ सीओएम जया वर्मा सिन्हा, चीफ सेफ्टी आफिसर सीमा कुमार, प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर सीपी गुप्ता, मुरादाबाद रेल मंडल के डीआरएम तरुण प्रकाश, सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा आदि अधिकारी भी साथ थे।