शिक्षा। आईटीएम देहरादून के संस्थापक और चेयरमैन निशांत थपलियाल बताते है की आईटीएम का उद्देश्य स्किल गैप को कम करना और ऐसे कुशल व योग्य युवाओं को तैयार करना है, जो कि देश की अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दे सकें। आज आईटीएम सिर्फ देहरादून या उत्तरखंड ही नहीं बल्कि देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों में से एक है। आईटीएम ने अपने विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्लोबल एक्सपोजर, बेहतरीन शिक्षा व पर्सनालिटी डेवलपमेंट के साथ आईटीएम छात्रों को एक इंडस्ट्री स्तर का प्रोफेशनल बनाती है, जिससे प्रतिष्ठित वैश्विक कंपनियों में अपना करियर बनाने का सपना साकार करना अब बहुत ही आसान हो गया है। जिसके चलते टाइम्स ने हाल में किये गये सर्वे के बाद देश भर के बिजनेस स्कूलों की जो सूची जारी की है, उसके मुताबिक आईटीएम देश के 100 बी स्कूल में चयनित हुआ है। पिछले दो दशकों में देहरादून में इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट यानी आईटीएम कॉलेज को शिक्षा के क्षेत्र में कदम रखने के बाद प्रोफेशनल एजुकेशन के क्षेत्र में काफी बड़ा बदलाव आया है। आईटीएम ने स्टूडेंट्स के लिए नए रास्ते खोल दिए हैं। आईटीएम इंफ्रास्ट्रक्चर के आधार पर देहरादून के अग्रणी इंस्टीटूट्स में से एक है । यहां पर आधुनिक सुविधा से लैस स्मार्ट क्लासरूम, उच्चस्तरीय सॉफ्टवेयर से युक्त कंप्यूटर लैब, कैफेटेरिया, एनीमेशन डिजाइन स्टूडियो, मास-मीडिया विद्यार्थियों के लिए स्मार्ट-मीडिया ब्राडकास्टिंग स्टूडियो, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट लैब, डिजिटल लाइब्रेरी, स्मार्ट इजी टू यूज़ मोबाइल ऍप, जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा विद्यार्थियों की को-करिकुलर एक्टीविटी जैसे वैल्यू एडेड कोर्स, कॉन्फ्रेंस, वर्कशॉप, एफडीपी आदि सुचारू रूप से चलते रहते हैं।