नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिससे की जम्मू से श्रीनगर के सफर में कोई भी समस्या नहीं होगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर बताया कि वर्ष के आखिर तक जम्मू से सीधे श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेन चलेगी। रेल मंत्री ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज भी बनकर लगभग तैयार हो चुका है।
धरती पर ही स्वर्ग का सफर करना हर किसी का सपना होता है। आपके इस सफर में कभी मौसम तो कभी मिलिटेंट यानी आतंकी बाधा बन जाते हैं। लेकिन,खराब मौसम की वजह से सड़क और हवाई मार्ग बंद होने से कई बार देश के अन्य हिस्सों से कटा रह जाता है। भारतीय रेलवे ने इस चुनौती को पार कर लिया है तथा जल्द ही जम्मू से श्रीनगर तक रेलवे लाइन बनकर तैयार हो जाएगी और महज कुछ घंटों में आप खूबसूरत वादियों का सफर कर सकेंगे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक प्रोजेक्ट- USBRL का काम दिसंबर, 2023 या जनवरी 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद वंदे भारत मेट्रो टेन भी जम्मू से श्रीनगर तक चलेगी।
रेल मंत्री ने किया सफर
इस प्रोजेक्ट का सबसे मुश्किल काम है चिनाब नदी पर रेलवे पुल बनाना। यह ब्रिज एफिल टॉवर से भी ऊंचा है और दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज भी है। इसकी ऊंचाई करीब 359 मीटर है, जबकि एफिल टॉवर की कुल ऊंचाई 330 मीटर ही है। रेल मंत्री ने ब्रिज का निरीक्षण करने से पहले पूजा की। और फिर ट्रॉली में बैठकर ब्रिज पार किया। उन्होंने बताया कि इंजीनियर्स को जम्मू में स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। चिनाब ब्रिज पर ट्रैक बनाने का काम पूरा हो चुका है और अब इलेक्ट्रिफिकेशन और एंटी कॉलिजन सेफ्टी डिवाइस यानी कवच को इंस्टॉल करने का काम चल रहा है।
वंदे भारत का मेंटेनेंस
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कश्मीर घाटी के बडगाम में वंदे भारत एक्सप्रेस टेन के मेंटेनेंस की व्यवस्था की जाएगी। जैसे ही यह रेल लिंक का काम पूरा होगा, इस ट्रैक पर वंदे भारत ट्रेन दौड़ाना शुरू हो जाएगी। चिनाब पर बना ब्रिज आधे फुटबॉल मैदान के बराबर है और यह गर्व का विषय है। यह हाइली एक्टिव सेस्मिक जोन में बना है, जिससे यहां भूकंप का खतरा काफी ज्यादा है। यही वजह है कि इस ब्रिज को 28 हजार टन स्टील का इस्तेमाल कर बनाया गया है। इस ब्रिज को बनाने में कुल लागत लगभग 1,486 करोड़ रुपये है।
इतना खास क्यों है चिनाब ब्रिज
इस ब्रिज की ऊंचाई करीब 359 मीटर है, जबकि कुल लंबाई 1,315 मीटर है। यह आर्क ब्रिज 17 स्पांस यानी खंबों पर खड़ा है, जिसमें मुख्य स्पान 460 मीटर ऊंचा है। ब्रिज की औसत आयु 120 वर्ष की है और यह 266 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली हवा को भी झेल सकता है। इस ब्रिज से 100 किलोमीटर की स्पीड से ट्रेन को दौड़ाया जा सकता है।
जम्मू से श्रीनगर का सफर
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि एक बार कश्मीर घाटी रेलमार्ग से देश से जुड़ जाएगी तो जम्मू से यहां पहुंचना सबसे आसान ओर भी जाएगा। इस रेल लिंक के जरिये जम्मू से कश्मीर तक केवल 3.5 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। इतना ही नहीं कश्मीर से सेब और अन्य एग्री प्रोडक्ट की ढुलाई भी काफी हद तक आसान हो जाएगी। चिनाब ब्रिज के पास टूरिज्म स्पॉट विकसित किए जाने पर भी काम चल रहा है।