हिमाचल प्रदेश। हिमाचल प्रदेश में येलो अलर्ट के बीच बुधवार को कुल्लू की रघुपुर घाटी में बादल फटने से सड़कों और फसलों को भारी नुकसान हुआ है। जिले के तीन गांवों के पैदल रास्ते टूट गए हैं। बादल फटने से क्षेत्र में मटर की फसल तबाह हो गई है। रास्ते टूटने से फनौटी पंचायत में 1000 सेब की पेटियां फंस गई हैं। राजधानी शिमला सहित कई जिलों में बुधवार को बादल छाए रहे। कुछ क्षेत्रों में बारिश भी हुई। विदाई से पहले हिमाचल में मानसून फिर सक्रिय हो गया है। बुधवार को प्रदेश भर में 22 सड़कों पर यातायात बंद रहा। 11 सड़कें सिरमौर, 5 मंडी, 3 कुल्लू, 2 शिमला और एक बिलासपुर जिले में बंद रही। प्रदेश में बुधवार को 41 बिजली ट्रांसफार्मर ठप रहे। इनमें 27 सिरमौर और 14 कुल्लू जिला में हैं। इसके अलावा बीस मकान और 10 गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। जिला कुल्लू में बुधवार को तीसरे दिन भी बारिश के साथ पहाड़ों में बर्फ के फाहे गिरे। जिला कुल्लू के बाह्य सराज की रघुपुर घाटी में बुधवार शाम करीब चार बजे के आसपास अचानक तेज बारिश होने से बादल फट गया। जिससे फनौटी खड्ड में बाढ़ आ गई। बाढ़ में रोहाचला-जुहड़ सड़क के साथ खड्ड किनारे खेत बह गए हैं। वहीं बारिश से मटर की खेती को नुकसान पहुंचा है। बादल फटने से आई बाढ़ से सड़क के साथ गांव को जोड़ने वाले पैदल रास्तों को भी नामोनिशान मिट गया। वहीं, रोहतांग दर्रा के साथ बारालाचा व कुंजुुम दर्रा में फाहे गिरने से मौसम में ठंडक बढ़ गई है। बुधवार को पालमपुर में 41, बिलासपुर में 6, सोलन में 5.6, धर्मशाला-ऊना में 3 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड हुई। बुधवार को प्रदेश के अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री की कमी दर्ज हुई। 26 सितंबर तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने गुरुवार को शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान धुंध छाए रहने और भूस्खलन के आसार हैं। लोगों से नदी और नालों से दूर रहने की अपील की गई है।