नई दिल्ली। आने वाले वक्त में लुटियंस दिल्ली का स्वरूप बदला-बदला नजर आएगा। नए संसद भवन निर्माण सेंट्रल विस्टा और नई दिल्ली स्टेशन डेवलपमेंट योजना के पूरा होने के साथ ही नजारा बदल जाएगा। सेंटर विस्टा से लुटियंस दिल्ली तो नई दिल्ली स्टेशन डेवलपमेंट से कनॉट प्लेस, पहाड़गंज, नई दिल्ली, अजमेरी गेट, डीआरएम कार्यालय समेत नई दिल्ली के आसपास का इलाका ही बदल जाएगा। सबसे खास बात यह होगी कि ट्रांजिट ट्रॉस्पोटेशन हब और फ्लाईओवर की जाल की वजह से इलाके में लगने वाले जाम की समस्या से भी निजात मिलेगा। योजना के अनुसार, इस स्टेशन को दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) की येलो लाइन, एयरपोर्ट लाइन और कनॉट प्लेस की आउटर सर्किल के साथ जोड़ा जाएगा। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जल्द वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के तौर पर पहचानी जाएगी। स्टेशन को तैयार करने के लिए वैश्विक और घरेलू स्तर की 9 बड़ी कंपनियों ने रूचि दिखाई है। तकनीकी मूल्यांकन के बाद इन्हें चुना गया। अब फाइनेंशियल बिड के लिए ये कंपनियां आगे आएंगी। रेलवे का फ्लैगशिप प्रोजेक्ट एनसीआर में ट्रांसमिशन ओरिएंटेड डेवलपमेंट का पहला प्रोजेक्ट है। जिस पर पूंजीगत व्यय करीब 5000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसे डिजाइन बिल्ड-फाइनेंस-ऑपरेट-ट्रांसफर मॉडल पर तैयार किया जाएगा।