लखनऊ। सीजी सिटी में प्रवासी पक्षियों के लिए करीब 37 एकड़ में वेटलैंड बनेगा। यह जमीन शहीद पथ और सुल्तानपुर रोड के बीच क्रिकेट स्टेडियम के पास है। एलडीए और वन विभाग इस जमीन को वेटलैंड के रूप में विकसित करेंगे। इसे पर्यटन के बिंदु से भी तैयार किया जाएगा, ताकि यह आकर्षण का नया केंद्र बने। लेकिन प्राथमिकता प्रवासी पक्षियों को सुरक्षित वेटलैंड देने की ही होगी। एलडीए वीसी अक्षय त्रिपाठी ने वन विभाग के वन्यजीव संरक्षण से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें प्रभागीय वन अधिकारी डॉ. रवि कुमार सिंह, वन्यजीव विशेषज्ञ सुरेश बाबू, वेटलैंड विशेषज्ञ असद रहमानी, नीरज श्रीवास्तव और प्राधिकरण के मुख्य अभियंता इंदुशेखर सिंह तथा अधिशासी अभियंता संजीव गुप्ता ने सुझाव दिए। वीसी का कहना है कि प्रवासी पक्षियों को प्राकृतिक वास मिल सके। इसे सुनिश्चित करना होगा। डॉ. रवि कुमार सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में भी सीजी सिटी के इस भाग में बची आंशिक वेटलैंड में प्रवासी पक्षियों ने डेरा डाल रखा है। इनमें से कई दुर्लभ प्रजाति के पक्षी भी शामिल हैं। इस भूमि के वेटलैंड के रूप में विकसित होने से यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी होगी। वीसी का कहना है कि इस 37 एकड़ की जमीन को चकगंजरिया वेटलैंड ही नाम दिया जाएगा। यह ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाना है। वेटलैंड के विकास के लिए पहले चरण में जमीन के चिह्नाकन और जल प्रबंधन का काम किया जाएगा। इसके बाद अधिकारियों और विशेषज्ञों की एक संयुक्त समिति बनाकर विकास कार्य कराए जाएंगे।