झांसी। लगभग दो वर्ष पहले झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा सीपरी स्थित हीरोज ग्राउंड का निर्माण कार्य को शुरू किया गया था। निर्माण कार्य पर तीन करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। जेडीए द्वारा मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस के मौके पर ग्राउंड के शुभारंभ की योजना को तैयार किया गया। जिसके चलते मैदान पर बचे हुए कार्यों को पूरा करने के लिए कार्यों में तेजी कर दी गई है। हीरोज ग्राउंड को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की कर्मस्थली कहा जाता है। इस मैदान पर ही वह खेल का अभ्यास करते थे। इसके अलावा नवोदित खिलाड़ियों को हॉकी की बारीकियां सिखाते थे। इसी मैदान पर मेजर ध्यानचंद की समाधि बनी हुई है। मैदान पर सुविधा के नाम पर सिर्फ एक बाउंड्रीवॉल थी। मैदान भी काफी ऊबड़खाबड़ स्थिति में था। झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा मैदान के कायाकल्प की योजना को तैयार किया गया था। योजना के तहत मैदान के चारो ओर आठ फुट ऊंची बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराया गया है। खिलाड़ियों के आने जाने के लिए तीन प्रवेश द्वारा बनाए गए हैं। मैदान के चारो ओर पांच मीटर चौड़ा सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण कराया गया है। आधुनिक लाइटों से रात में मैच खेलने की व्यवस्था की गई है। दर्शकों के बैठने के लिए दर्शक दीर्घा को बनाया गया है। मैदान को कोटा स्टोन से सजाया गया है। वहीं मैदान पर वरमूडा घास को लगाने का कार्य किया जा हैै। खिलाड़ियों के लिए मैदान के एक ओर शौचालय का निर्माण कराया गया है। झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सर्वेश कुमार दीक्षित ने बताया कि ठेकेदारों को हीरोज ग्राउंड के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस के मौके पर शुभारंभ किया जाएगा।