उत्तराखंड। आज यानी शनिवार से चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। बदरीनाथ धाम में सुबह से ही भक्त पहुंचे और भगवान बदरीश का आशीर्वाद लिया। वहीं यात्रा के लिए शुक्रवार को ही परिवहन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली। परिवहन आयुक्त दीपेंद्र कुमार चौधरी ने बैठक ली और यात्रा के लिए दो अस्थायी चेकपोस्ट बनाने का निर्णय लिया है। परिवहन सचिव ने आदेश जारी किया है कि सभी तरह के सार्वजनिक यात्री वाहनों के भौतिक रूप से निरीक्षण के बाद ही ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे। पहली बार सभी वाहनों में क्यूआर कोड लगेंगे, जिससे वाहनों की चेकिंग आसान होगी। शुक्रवार को परिवहन आयुक्त दीपेंद्र कुमार चौधरी ने मातहतों की बैठक ली। बैठक में आरटीओ देहरादून को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसके अलावा एआरटीओ ऋषिकेश, देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी, पौड़ी, कोटद्वार, रुड़की, कर्णप्रयाग और टिहरी को सहायक नोडल अधिकारी नामित किया गया है। चारधाम यात्रा बस टर्मिनस, ऋषिकेश में यात्रियों की सुविधा के लिए विभिन्न विभागों के साथ मिलकर परिवहन विभाग संयुक्त रूप से सहायता केंद्र की स्थापना करेगा। यह केंद्र सुबह छह बजे से शाम आठ बजे तक सेवाएं देगा। चारधाम में वाहनों में ओवरलोडिंग, ओवर स्पीड और अवैध वाहन संचालन को रोकने के लिए भद्रकालीऔर तपोवन (ब्रह्मपुरी) में परिवहन विभाग ने दो अस्थायी चेकपोस्ट स्थापित कर दिए हैं। शनिवार को सुबह आरटीओ प्रवर्तन संदीप सैनी और आरटीओ प्रशासन दिनेश चंद्र पठोई यहां का निरीक्षण करेंगे। यात्रा शुरू होने से पहले शुक्रवार को ही ऑनलाइन ग्रीन कार्ड व ट्रिप कार्ड का ट्रायल किया गया। परिवहन सचिव डॉ. रंजीत सिन्हा ने आदेश दिया है कि सभी सार्वजनिक यात्री वाहनों के लिए भौतिक निरीक्षण के बाद ही ग्रीन कार्ड जारी किया जाएगा। दूसरी ओर, अगर कोई अपने निजी वाहन से यात्रा पर जाता है तो उसे ग्रीन कार्ड या ट्रिप कार्ड की आवश्यकता नहीं होगी। चारधाम यात्रा शुरू किए जाने के आदेश के बाद आरटीओ ने सार्वजनिक वाहनों के ग्रीन कार्ड जारी करने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके लिए शनिवार से देहरादून के आशारोड़ी चेकपोस्ट पर वाहनों की फिटनेस जांच शुरू हो गई है। इसके बाद आरटीओ की ओर से ग्रीन कार्ड जारी किए जा रहे हैं। आरटीओ संदीप सैनी ने बताया कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी सार्वजनिक वाहनों के ग्रीन कार्ड ऑनलाइन जारी किए जाएंगे। वाहन स्वामियों को ग्रीन कार्ड के लिए परमिट, बीमा, फिटनेस आदि दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड करने होंगे। जांच के बाद ही वाहनों का फिटनेस प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। इस प्रमाणपत्र को परिवहन विभाग की वेबसाइट में अपलोड करके ग्रीन कार्ड हासिल किया जा सकेगा।