हिमाचल प्रदेश। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने सभी जिलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर परामर्श कार्यशालाओं का आयोजन करने व स्टार्स प्रोजेक्ट का धर्मशाला से शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि यह स्टार्स प्रोजेक्ट विश्व बैंक के सौजन्य से भारत सरकार द्वारा देश के छह राज्यों में चलाया जा रहा है। इसमें हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल, उड़ीसा, महाराष्ट्र, और राजस्थान हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से बच्चों को शुरुआती शिक्षा और मजबूत अधिगम तथा आधारभूत संरचना को मजबूती प्रदान की जाएगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ढांचे को चुस्त दुरुस्त करने के लिए स्टार्स प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल प्रदेश को 650 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। यह प्रोजेक्ट पांच वर्ष तक चलेगा। हिमाचल समग्र शिक्षा के तत्वाधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन को लेकर आयोजित जिला स्तरीय परामर्श कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत को विश्व गुरु के सिंहासन पर विराजमान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके माध्यम से एक ऐसी शिक्षा अपने बच्चों को देना चाहते हैं जिसके दम पर वे वैश्विक बन सकें। साथ ही विश्व की ज्ञान की वह शक्ति भारत बने, जिस दिशा में यह शिक्षा नीति कार्य कर रही है। इस अवसर पर राज्य परियोजना निदेशक डॉ. वीरेंद्र शर्मा ने प्रदेश में किए जा रहे राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रयासों पर प्रस्तुति दी और जिला परियोजना अधिकारी विनोद चौधरी ने जिला में किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में विद्या भारती उत्तर क्षेत्र महामंत्री तथा राज्य टास्क फोर्स सदस्य देसराज शर्मा ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों पर अपनी प्रस्तुति दी। इसके बाद सभी हितधारकों के 10 समूहों में स्कूली शिक्षा के 10 विषयों पर चर्चा परिचर्चा करके सुझाव प्रस्तुत किए। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने हितकारकों द्वारा दिए गए सुझावों पर क्रियान्वयन करने की प्रतिबद्धता दिखाई। कार्यशाला में विधायक अरूण मेहरा, शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश सोनी, उपनिदेशक उच्च शिक्षा रेखा कपूर, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा महिंद्र कुमार, जिला परियोजना अधिकारी चंबा राजेश शर्मा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के राज्य टास्क फोर्स सदस्य डॉ जोगिंद्र सिंह, यशवंत, दीपक, अजय आचार्य, डॉ शिखा शर्मा, मोहिंद्र सिंह, रत्न ठाकुर आदि मौजूद रहे।