जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में पचास हजार युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा। रोजगार के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाया जाएगा। यह बात मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता मिशन यूथ के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि मुमकिन योजना के तहत 503 लाभार्थियों को वाहन उपलब्ध करवाए गए है। जबकि 1100 लाभार्थियों को दस दिनों के अंदर सुविधा दी जाएगी। पचास हजार बेरोजगार युवाओं को रोजगार के माध्यम से सशक्त बनाया जाएगा। मिशन यूथ कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी ली गई। वहीं, तेजस्वनी योजना के तहत 2,000 युवा महिला उद्यमियों को अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में स्वरोजगार उद्यम शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। प्रदेश में 4,524 युवा क्लब स्थापित किए गए हैं। जिनमें लगभग 60000 युवाओं ने पंजीकरण कराया है। मिशन यूथ ने विभिन्न कौशल विकास पहलों के तहत प्रशिक्षण पाठ्यक्रम को अंतिम रूप दिया। अगले सप्ताह से उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देना शुरू कर देंगे। मिशन यूथ ने विभिन्न विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से 1,000 युवाओं को एक्सपोजर विजिट के लिए पांच 5 मेगा-सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम करने की योजना है। बताया गया कि साफ्ट स्किल्स पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कौशल और रोजगार क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से 8,044 युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने चालू वित्त वर्ष के दौरान निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार 50,000 युवाओं को रोजगार से जोड़ने के भी निर्देश दिए।.