उत्तराखंड। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नौ सितंबर को हिमायल दिवस पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। देश में करीब दो सौ से ज्यादा स्थानों पर हिमालय दिवस मनाने की तैयारी है। नई दिल्ली में दिल्ली विश्वविद्यालय में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें कई केंद्रीय मंत्री भाग लेंगे। उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी देते पर्यावरणविद डॉ. अनिल जोशी ने बताया कि हिमालय दिवस मनाने की शुरुआत भले ही दस वर्ष पूर्व उत्तराखंड से हुई थी, लेकिन आज इस दिवस को पूरे देशभर में मनाया जा रहा है। यह हिमालय के प्रति सम्मान और उसके मुद्दे को आगे बढ़ाएगा। डॉ. जोशी ने कहा कि इस पहल के तहत देश के विभिन्न हिमालयी राज्यों से संदर्भित मुद्दों पर बातचीत आगे बढ़ेगी और हिमालय के संरक्षण के मुद्दों पर बात होगी। उन्होंने बताया कि इस बार विभिन्न राज्यों के कई विश्वविद्यालयों, संस्थानों से हिमालय दिवस मनाने का अनुरोध किया गया है। उत्तराखंड में भी विभिन्न केंद्रीय संस्थान, स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय इस दिन अपने-अपने स्तर से आयोजन करेंगे। इन सब के अलावा केंद्र में इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय ने बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, डॉ. जितेंद्र सिंह, अजय भट्ट, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार, प्रधानमंत्री के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. विजय राघवन व केंद्रीय सचिव डॉ. रेणु स्वरूप आदि कार्यक्रम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। डॉ. जोशी ने बताया कि उत्तराखंड में इसके अलावा एक वर्चुअल वेबिनार का भी आयोजन होगा, जिसमें हजारों की संख्या में लोगों को जो ड़ने का प्रयास किया जा रहा है। यह आयोजन टैक्नो हब और हिमालयीय यूनाइटेड मिशन ‘हम’ की भागीदारी से किया जाएगा। इसमें मुख्य रूप से महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी प्रमुख रूप से भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि देशभर में मनाया जाने वाला हिमालय दिवस एक सामूहिक प्रयत्न है, जिसमें सबकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी अनुरोध किया गया है कि वह सरकारी स्तर पर हिमालय दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन कर इस महान पर्वत श्रेणी को श्रद्धांजलि दें और इसके संरक्षण के प्रति सरकार की गंभीरता व कटिबद्धता को भी जताएं। विश्व में भूटान, नेपाल जैसे देशों को भी जोड़ने की कोशिश की गई है। प्रेस वार्ता में जगदंबा प्रसाद मैठाणी, द्वारिका प्रसाद सेमवाल और कुसुम घिल्डियाल भी मौजूद थे।