नई दिल्ली। दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने इस साल के पहले चक्रवाती तूफान के चलते अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग की मानें तो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी अगले 24 घंटों के दौरान गरज चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने की संभावना है।
वहीं मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश संभव है। मौसम विभाग की ओर से जारी वेदर बुलेटिन में कहा गया है कि दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र 19 मार्च को स्पष्ट निम्न दबाव के तौर पर तब्दील हो सकता है।
यह धीरे-धीरे तेज होकर बांग्लादेश और उत्तर म्यांमार के तटों की ओर बढ़ेगा। यही कारण है कि इससे पूर्वी तटीय इलाकों में बारिश नहीं होगी लेकिन अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह पर तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश देखी जा सकती है। इस चक्रवाती तूफान का नाम असानी रखा गया है, जो श्रीलंका की ओर से सुझाया गया है।
जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में मछली पकड़ने, पर्यटन और जहाजरानी गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। वहीं किसी भी आपात स्थिति के लिए थलसेना, नौसेना और वायु सेना को स्टैंड बाई पर रखा गया है।
वहीं केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, जिसमें चक्रवात से निपटने की तैयारियों की जानकारी ली गई। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों को इस तूफान पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एजेंसियों से अंडमान निकोबार प्रशासन के संपर्क में बने रहने को कहा गया है।
वहीं एनडीआरएफ की एक टीम पहले से पोर्ट ब्लेयर में तैनात है।