चंडीगढ़। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह करीब 20 दिन से भगोड़ा चल रहा है। अभी तक पुलिस उसका कोई सुराग नहीं लग पाई है। हालांकि अब अंदेशा जताया जा रहा है कि अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह की ओर से शुक्रवार को तलवंडी साबो के तख्त श्री दमदमा साहिब में बुलाई गई ‘विशेष सभा’ में वह आत्मसमर्पण कर सकता है। वहीं, दूसरी तरफ इस बात को लेकर पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां भी हरकत में आ गई हैं। पंजाब पुलिस के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां 14 अप्रैल तक रद्द कर दी गई हैं। 14 तक किसी कर्मी को छुट्टी नहीं दी जाएगी वहीं पहले से स्वीकृत अवकाश भी रद्द कर दिए गए हैं।
पुलिस की कोशिश है कि वह किस भी धार्मिक स्थल में प्रवेश न कर पाए। इतना ही नहीं पुलिस की तरफ से विशेष सर्च ऑपरेशन तक चलाया गया है। हालांकि पुलिस अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। इससे पहले अमृतपाल ने एक वीडियो जारी कर जत्थेदार से सरबत खालसा बुलाने की मांग की थी लेकिन अकाल तख्त के जत्थेदार ने ऐसा न कर सीधे शुक्रवार को विशेष सभा बुलाई है। सूत्रों के मुताबिक, 27 मार्च को जब अमृतपाल सिंह व उसका साथी पपलप्रीत होशियारपुर में पहुंचे थे, तो उन्होंने एक गुरुद्वारे में शरण ली थी। इस दौरान गुरुद्वारे के एक प्रमुख व्यक्ति ने अमृतसर जाकर जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात की थी। उसके माध्यम से अमृतपाल सिंह ने सरेंडर करने की बात वहां तक पहुंचाई थी लेकिन वह उसमें कामयाब नहीं हो पाए थे।
हालांकि यह बात साफ हो गई जिस गुरुद्वारे में अमृतपाल रुका था उसका वहां से पुराना लिंक था। फरवरी के पहले हफ्ते में वह वहां पर हुए समागम में शामिल हुआ था। इस संबंधी उस एरिया में पोस्टर भी लगे हुए हैं। ऐसे में अब एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट हैं। इसके अलावा इंटरनेशनल सीमा की तरफ विशेष नाके लगाए जा रहे हैं ताकि उसे पकड़ा जा सके।