नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज भारत दौरे पर आने वाले हैं। वे 8 से 11 मार्च तक भारत की यात्रा पर रहेंगे। उनके साथ व्यापार और पर्यटन मंत्री डॉन फैरेल, संसाधन और उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के मंत्री मेडेलीन किंग और एक उच्च-स्तरीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल साथ आएगा। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री होली के दिन आठ मार्च को अहमदाबाद पहुंचेंगे। दिल्ली पहुंचने से पहले वह 9 मार्च को मुंबई भी जाएंगे।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी बात होगी। इसके अलावा सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए पीएम मोदी और पीएम अल्बनीज वार्षिक शिखर सम्मेलन में भी शामिल होंगी। प्रधानमंत्री अलबनीज दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे।
पिछले साल मई में प्रधानमंत्री बनने के बाद अल्बानीज की यह पहली भारत यात्रा होगी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा की तैयारी के लिए फरवरी में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। अल्बानीज ने एस जयशंकर से मुलाकात के बाद एक ट्वीट में अपनी भारत यात्रा का जिक्र किया था। उन्होंने ट्वीट किया था कि अगले महीने अपनी भारत यात्रा से पहले डॉ. एस. जयशंकर से सुबह मिलना शानदार रहा। जानकारी के मुताबिक, अल्बानीज की यात्रा के दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत की पृष्ठभूमि में दोनों देशों के बीच सहयोग के विस्तार पर भी चर्चा हो सकती है।
अपने दौरे पर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बानीज ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में यह मेरी पहली भारत यात्रा होगी। मैं ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच मजबूत संबंध को और मजबूत करने के लिए तत्पर हूं। भारत के साथ हमारे संबंध मजबूत हैं, लेकिन यह और मजबूत हो सकते हैं। यह हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर टिकी है। इससे हमारे रक्षा, आर्थिक और तकनीकी हितों को बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता झलकती है।
उन्होंने कहा कि एक मजबूत भारत-ऑस्ट्रेलिया साझेदारी हमारे क्षेत्र की स्थिरता के लिए अच्छी है। इसका अर्थ अधिक अवसर, अधिक व्यापार और निवेश भी है। हमारी अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करना और हमारे लोगों को सीधे लाभ पहुंचाना, यही हमारा मकसद है।