श्रीनगर। कश्मीर में होनेवाली जी 20 बैठक को लेकर लगातार नापाक हरकते करते हुए नजर आ रहा है। पाकिस्तान का मुख्य उदेश्य यह है कि सोशल मीडिया के द्वारा जी 20 के बारे में गलत बातें फैलाई जाएं और अब आईएसआई के बाद पाकिस्तान विदेश मंत्रालय इसमें एक्टिव हो गया है। सूत्रों के द्वारा खुफिया एजेंसियों को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक, पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने इसके अधिकारिक आदेश भी जारी किए हैं।
आपको बता दें कि इस नापाक साजिश में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने विदेशों में मौजूद दूतावास और हाई कमीशन को भी शामिल किया है। इस्लामाबाद में स्थित पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने दुनिया भर में स्थित अपने दूतावासों को 8 पेज की चिट्ठी भेजी है, जिसमें पाकिस्तान की इस प्रोपागेडा का जिक्र है। चिट्ठी में सभी पाकिस्तानी दूतावासों से कहा गया है कि वो इस महीने श्रीनगर में होने वाली G 20 की मीटिंग को नाकाम करने के लिए दुनिया भर में भारत के खिलाफ झूठे प्रोपेगैंडा फैलाये।
इसके अलावा भारत के खिलाफ दुनिया भर में और भी कई झूठ को फैलानें की बात उस चिट्ठी में बताया गया है। वहीं चिट्ठी में पुलवामा हमले पर सत्यपाल मलिक के बयान का भी जिक्र किया गया है। चिट्ठी में कहा गया है कि भारत अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित नहीं है। साथ ही चिट्ठी में कश्मीर में फर्जी भारतीय फौज द्वारा मानवाधिकार हनन करने का मुद्दा भी शामिल है। इसके अतिरिक्त खालिस्तान और नार्थ ईस्ट में उग्रवाद जैसे मामलों का भी जिक्र किया गया है। भारतीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान जी 20 के खिलाफ दोहरी चाल चल रहा है। पहला तो आतंकियों को एक्टिव करना और दूसरा भारत के खिलाफ झूठे प्रोपेगैंडा की साजिश तैयार करना। वहीं केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि अगले हफ्ते श्रीनगर में होने वाली जी-20 की बैठक जम्मू कश्मीर के लिए अपनी वास्तविक क्षमताओं का प्रदर्शन करने का “बड़ा मौका” है।