भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव का रोडमैप तैयार करेंगे गृहमंत्री अमित शाह

लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 29-30 अक्टूबर को लखनऊ प्रवास के दौरान भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव का रोडमैप तैयार करेंगे। शाह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और प्रदेश भाजपा प्रभारी राधा मोहन सिंह के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन करेंगे। शाह के दौरे के बाद भाजपा जिला स्तर तक चुनाव प्रचार अभियान को पूरी रफ्तार के साथ आगे बढ़ाएगी। लोकसभा चुनाव-2014, विधानसभा चुनाव 2017 और लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश की चुनावी कमान अमित शाह के हाथ ही रही है। लगातार तीन चुनाव में शाह ने ना केवल पूरे यूपी की क्षेत्रीय, जातीय और दलगत राजनीति को गहराई से जाना है, बल्कि उसके अनुसार चुनावी रणनीति तैयार कर पार्टी को बेहतर परिणाम भी दिया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में दो महीने पहले हुई बैठक में स्पष्ट हो गया था कि चुनाव में पार्टी का चेहरा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहेंगे और चुनावी रणनीति की कमान अमित शाह के हाथ में होगी। लंबे अर्से बाद 29 अक्टूबर को राजनीतिक प्रवास पर लखनऊ आ रहे शाह डिफेंस एक्सपो मैदान में पार्टी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके अलावा चुनाव प्रबंधन की सबसे मजबूत कड़ी बूथ अध्यक्ष, सेक्टर प्रभारी, सेक्टर संयोजक और शक्ति केंद्र प्रभारियों के सम्मेलन को संबोधित कर उन्हें बूथ प्रबंधन का मंत्र देंगे। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के लखनऊ, आगरा और काशी में प्रवास, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष के लखनऊ और काशी प्रवास के साथ प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह और चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान के प्रदेश के दौरे के बाद शाह के पास पूरा चुनावी फीडबैक आ गया है। गृहमंत्री अमित शाह सम्मेलन के बाद प्रदेश मुख्यालय में दिनभर सरकार व संगठन के प्रमुख लोगों के साथ चुनावी रोडमैप तैयार करेंगे। सूत्रों के मुताबिक इसमें बसपा व कांग्रेस के बड़े नेताओं के सपा में शामिल होने, सुभासपा के सपा के साथ गठबंधन से होने वाले असर को कम करने के लिए मजबूत विकल्प भी तलाशा जाएगा। साथ ही आगामी चुनाव के मद्देनजर पिछड़े व दलित वोट बैंक को साधने के साथ आरएसएस व वैचारिक संगठनों की चुनाव में भूमिका भी तय होगी। गृहमंत्री अमित शाह विधानसभा चुनाव में भाजपा के पूर्व विधायकों और पूर्व सांसदों की भूमिका तय करने के साथ लोकसभा चुनाव-2019 के लोकसभा संयोजकों और प्रभारियों को भी एजेंडा सौंपेंगे। शाह पार्टी की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों और सम्मेलनों के फीडबैक की समीक्षा भी करेंगे। शाह के लौटने के बाद भाजपा एक नवंबर को मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के साथ ही जिला से लेकर मंडल स्तर तक चुनाव प्रचार व प्रबंधन के कार्यक्रमों को रफ्तार देगी।

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