डूंगरपुर। रोडवेज विभाग मे साधनो की कमी और समय से वेतन नहीं मिलने का मामला तो सदैव ही रहती है। लेकिन सभी कमियो होते हुए भी यदि कुछ अच्छा करने की इरादा हो, तो रास्ते खुद-ब-खुद बनने लगते हैं। डूंगरपुर रोडवेज डिपो के चीफ मैनेजर भंवरलाल जाट के प्रयासों से 78 परिवारों को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिलेगा।
चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) व सामाजिक आर्थिक जनगणना के पात्र परिवारों, लघु व सीमांत कृषकों व संविदा कर्मियों का पूरा प्रीमियम 850 रूपये का भुगतान राज्य सरकार करती है। इसके बावजूद कुछ ऐसे परिवार हैं, जो इन श्रेणियों में नहीं हैं, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर है कि वह चिरंजीवी योजना के तहत पंजीकरण करवाने के लिए 850 रूपये का सालाना प्रीमियम नहीं चुका सकते हैं। इन्हीं परिवारों को ध्यान में रखते हुए डूंगरपुर रोडवेज परिवार ने एक व्यक्ति एक परिवार की तर्ज पर चिरंजीवी योजना का लाभ दिलवाने का बडा कदम उठाया है।
सभी ने मिलकर एकत्रित किया 66 हज़ार रूपये
डूंगरपुर रोडवेज डिपो के चीफ मैनेजर भंवरलाल जाट ने बताया कि चिरंजीवी योजना के तहत गरीब से गरीब आदमी को गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क उपचार मिल रहा है। डूंगरपुर जिले की सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए ऐसे परिवार भी हैं, जो 850 रूपये का प्रीमियम नहीं भर सकते है। ऐसे परिवारों के लिए हमने एक छोटा-सा प्रयास करते हुए 78 परिवारों के लिए 850 की दर से 66 हजार 300 रूपये एकत्रित किया है। इनसे 78 परिवारों का चिरंजीवी योजना में पंजीकरण करवाया जाएगा। यह कार्य निरंतर जारी रहेगा, जब तक कि जिले के हर परिवार का चिरंजीवी योजना में पंजीकरण न हो जाए। रोडवेज के टैक्नीकल, ड्राइवर, कंडक्टर, ऑफिस स्टाफ ने अपनी इच्छा से इस कार्य के लिए योगदान दिया है।
जिला कलक्टर ने की सराहना
जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण ने चीफ मैनेजर भंवरलाल जाट के प्रयासों की सराहना करते हुए जिले के अन्य विभागों को भी मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत गरीब परिवारों के पेड सबस्क्रिप्शन के लिए आगे आने की अपील की है। जिला कलक्टर ने यह भी कहा कि यदि कोई भी विभाग चिरंजीवी बीमा योजना में अपना योगदान देना चाहता है, तो संबंधित उपखंड अधिकारी से सम्पर्क कर सकता है। इसके लिए विभागवार लक्ष्य भी आवंटित किए गए हैं।