सीएम ने भूरी बाई के साथ पीपल और गुलमोहर का लगाया पौधा
मध्य प्रदेश। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर पद्मश्री भूरी बाई के साथ स्मार्ट उद्यान में गुलमोहर और पीपल का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री अपने संकल्प के तहत रोज पौधरोपण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर भील कलाकार भूरी बाई के साथ पौधारोपण किया। भारत सरकार की ओर से वर्ष 2021 में पद्मश्री से सम्मानित भूरी बाई मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के पिटोल गांव में जन्मी भारत के सबसे बड़े आदिवासी समूह भीलों के समुदाय से हैं। पद्मश्री भूरी बाई ने अपनी चित्रकारी का सफर एक समकालीन भील कलाकार के रूप में प्रारंभ किया था। भूरी बाई कागज एवं कैनवास का इस्तेमाल करने वाली पहली भील कलाकार है। भारत भवन के तत्कालीन निदेशक जे. स्वामीनाथन ने उन्हें कागज पर चित्र बनाने के लिए प्रेरित किया था। भूरी बाई ने जंगल में जानवर, वृक्षों की शांति तथा गाटला (स्मारक स्तंभ) भील देवी-देवता, पौशाक, गहने, टेटू, झोपड़ियां, अन्नागार, हाट उत्सव आदि के साथ नृत्य और मौखिक कथाओं सहित भील जीवन के प्रत्येक पहलू को अपनी कला में समाहित किया है। पद्मश्री कलाकार की चित्रकारी देश-विदेश में भी सराही जाती है। पद्मश्री भूरी बाई भोपाल आदिवासी लोक कला अकादमी में एक कलाकार के तौर पर कार्य करती हैं। इन्हें मप्र सरकार ने 1986-87 में शिखर सम्मान से नवाजा है। साथ ही 1998 में प्रदेश सरकार ने इन्हें अहेलिया सम्मान से भी विभूषित किया है।