असम। विशेष पुलिस महानिदेशक, सह अध्यक्ष असम राइनो प्रोटेक्शन टास्क फोर्स और चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन ने बताया कि काजीरंगा नेशनल पार्क में अवैध शिकारियों की लगाम कसने के लिए कमांडो फोर्स को तैनात किया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि नेशनल पार्क में अवैध शिकार विरोधी अभियान को तेज किया जाएगा। विशेष डीजीपी ने अवैध शिकार विरोधी अभियान की समीक्षा की थी। साथ ही उन्होंने गैंडे के शिकार स्थल का दौरा भी किया था। काजीरंगा नेशनल पार्क में एक वयस्क मादा गैंडे का शव पाया गया था।
गैंडे का सींग गायब होने के कारण शिकारियों द्वारा हत्या की आशंका जताई जा रही थी। काजीरंगा नेशनल पार्क यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने मीडिया को बताया कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के बागोर रेंज के दफलांग शिविर में वन रक्षकों ने 14 जनवरी की रात को दो गोलियां चलाई थी। फरार शिकारियों का पता लगाने के लिए जांच अभियान शुरू किया गया है।
पिछले साल काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में शिकारियों द्वारा पांच गैंडों को मार डाला गया था। इसके साथ ही अवैध शिकारियों को रोकने के लिए काजीरंगा नेशनल पार्क में अधिकारियों को सैटेलाइट फोन उपलब्ध कराए गए हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क सैटेलाइट फोन्स से लैस भारत का पहला नेशनल पार्क है।