नई दिल्ली। कोरोना का कहर अभी भी जारी है। कई देशों में वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना के मामले लगातार मिल रहे हैं। कोविड के कई वैरिएंट अब तक सामने आ चुके हैं। ओमिक्रॉन को अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला कोरोना वैरिएंट बताया जा रहा है, लेकिन ओमिक्रॉन की तुलना में डेल्टा वैरिएंट अधिक घातक है।
ज्यादातर देशों में पिछले साल डेल्टा वैरिएंट का प्रभाव रहा। अब ओमिक्रॉन और डेल्टा वैरिएंट के मिलने से नए वैरिएंट का खतरा दिखने लगा है। ब्रिटेन में डेल्टाक्राॅन वैरिएंट का पहला मामला सामने आया है। इसके पहले साइप्रस में डेल्टाक्राॅन वैरिएंट का पता चला था। उस समय साइप्रस यूनिवर्सिटी में जैव प्रौद्योगिकी और मॉलिक्यूलर बायोलॉजी की प्रयोगशाला के प्रमुख डॉ. लियोन्डियोस कोस्ट्रिक्स ने डेल्टाक्रॉन को खोजा था। दावा किया गया था कि यह हाइब्रिड वैरिएंट बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन का स्थान ले सकता है।