दिल्ली के सीएम ने विंटर एक्शन प्लान किया जारी

नई दिल्ली। देश की राजधानी में सर्दियां शुरू होते ही प्रदूषण का स्तर भयावह हो जाता है। हर साल दिल्ली की दमघोंटू हवा लोगों का जीना मुहाल कर देती है। इसी को रोकने के लिए दिल्ली सरकार बीते महीने से ही कई प्रयास कर रही है। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण को रोकने के लिए विंटर एक्शन प्लान जारी किया है। एक्शन प्लान के खास बिंदु, जिस पर होगा काम- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूसा इंस्टीट्यूट की मदद से घोल बनाया, ताकि पराली नहीं जलानी पड़े। सरकार मुफ्त में छिड़काव करा रही है। पंजाब, हरियाणा और यूपी सरकार भी करवा सकती है। कहीं भी डस्ट पाई जाती है, तो पेनाल्टी लगाएंगे, कई टीम पेट्रोलिंग करेगी, कहीं भी कूड़ा जलता पाया जाएगा, उसे रोंकेगे, पटाखे खरीदने और बेचने पर रोक, स्मॉग टॉवर देश में पहला टॉवर बना है, इसके अच्छे नतीजे आ रहे हैं, दिल्ली एप के जरिए जितने हॉट स्पॉट हैं, वहां स्पेशल काम करेगी। जहां ज्यादा प्रदूषण होता है, इसकी निगरानी विशेष टीम कर रही है, ग्रीन वॉर रूम को काफी मजबूत कर रहे हैं, 50 नए पर्यावरण इंजीनियर की भर्ती की है, ग्रीन दिल्ली एप की मदद ले रहे हैं, कहीं प्रदूषण है तो बताएं, हमारी टीम काम करेगी, दिल्ली में 20 एकड़ में ई-वेस्ट पार्क बना रहे हैं, वाहनों के प्रदूषण को खत्म करने के लिए 64 सड़कों को चिन्हित किया है, वहां जाम रोकने पर काम होगा। पीयूसी की कठोरता से जांच करने पर 500 से ज्यादा टीम बनाई गई है, जनता की भागीदारी सुनिश्चित होगी, जन अभियान बनाया गया है। इसकी प्लानिंग बना रहे हैं, कुछ दिन में जन अभियान की जानकारी दूंगा, केंद्र और आसपास के राज्य सरकारों से अपील है कि पराली को जलने से रोकना पड़ेगा, किसानों का कोई कसूर नहीं हैं, वो मजबूर हैं। सरकार को आगे आना पड़ेगा, जैसे दिल्ली सरकार फ्री में सारे किसानों के खेतों में छिड़काव कर रही है, बाकि सरकारें भी करें, एनसीआर से दिल्ली आने वाले वाहनों को सीएनजी में बदला जाए, एनजीआर के उद्योगों में पीएनजी यूज हो, पड़ोसी राज्यों के थर्मल पावर प्लांट को बंद करें या नई तकनीक यूज कर कन्वर्ट करें, पड़ोसी राज्यों में ई-भट्टों की तकनीक बदलें, एनसीआर में 24 घंटे बिजली आपूर्ति करें, ताकि डीजल जेनरेटर यूज न करें, पड़ोसी राज्य भी हॉट स्पॉट चिन्हित कर कदम उठाएं कि प्रदूषित न हो, इसमें सभी सरकारों को मिलकर काम करना होगा। सभी को स्वच्छ हवा करनी है। बाकि सरकारें भी अच्छा काम कर रही हैं। अब तक सरकार ने उठाए ये 10 कदम उठाए:- 24 घंटे बिजली की, ढेरों जेनरेटर चलते थे, वो बंद हो गए, उसका धुआं बंद हो गया, यह बड़ा कारण था पलूशन का, धूल पलूशन को काबू किया, कंस्ट्रक्शन साइट पर पेनाल्टी लगाई, पैरिफेरल एक्सप्रेस वे बना, केंद्र सरकार ने दोनों तरफ पेरीफेरल बनाया है, अब ट्रक दिल्ली में नहीं आते, कोयले से बिजली बनाने वाले दो पावर प्लांट थे, इससे हवा में कोयले के कण चले जाते थे. दोनों थर्मल पावर प्लान बंद किये, दिल्ली की इंडस्ट्री पहले प्रदूषण करने वाला फ्यूल यूज करती थी, अब पाइप नेचुरल गैस यूज करती हैं इंड्स्टरी, ट्री ट्रांसप्लांट पॉलिसी लाए, सड़क बनती है, तो पेड़ काटने भी पड़ते हैं, तो पेड़ काटने के बजाए ट्रांसप्लांट किया गया. इससे पेड़ों का नुकसान नहीं होगा, ग्रीन दिल्ली ऐप बना, जिसमें 23 हजार शिकायतें आईं, कहीं धुआं या कूड़ा जल रहा है, तो उस पर काम किया, ग्रीन वॉर रूम बनाया. पराली और प्रदूषण का डाटा है, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में ग्रैप लागू किया, इलेक्ट्रिक व्हिकल पॉलिसी लागू की. इससे प्रदूषण करम होगा।

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