इन राशि वाले भूलकर भी न पहनें काला धागा…

एस्ट्रोलॉजी। लोग अक्सर छोटे बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए हाथ, पैर या गले में काला धागा बांध देते हैं। बुरी नजर या शनि दोष से बचने के लिए काला धागा बांधा जाता है। शनि ग्रह का रंग काला होता है। इसलिए काला धागा पहनने से आपकी कुंडली में शनि ग्रह मजबूत होगा। इसके अलावा काला धागा हमें बुरी नजर भी बचाता है।

ज्योतिष शास्त्र में काले धागे से जुड़े कई उपायों और इसके महत्व के बारे में बताया गया है। लेकिन ऐसा नहीं है कि इसे पहनने से सिर्फ फायदा ही पहुंचे। कुछ विशेष राशियां है जिसके जातक यदि काला धागा धारण करते हैं तो उन्हें नुकसान होता है। आइए जानते हैं काला धागा पहनने के फायदे और नुकसान के बारे में-

काला धागा पहनने से पहले बरतें ये सावधानियां:-

  • काले धागे को अभिमंत्रित करने के पश्चात् ही धारण करना चाहिए।
  • इसके लिए आप किसी योग्य ज्योतिष की सलाह ले सकते हैं।
  • काला धागा बांधने वाले व्यक्ति को रुद्र गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।
  • मंत्र – ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहितन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
  • शरीर के जिस हिस्से में काला धागा बांध रहे हैं वहां किसी अन्य रंग का धागा न बांधें।

काला धागा पहनने के लाभ:-

  • मंगलवार के दिन दाहिने पैर में काला धागा बांधना शुभ होता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति का आर्थिक जीवन सुखी होता है। घर में धन-समृद्धि का आगमन होता है।
  • पैर में काला धागा बांधने से पैर की चोट ठीक हो जाती है। पेट दर्द से पीड़ित व्यक्ति यदि अपने पैरों के अंगूठे में इस धागे को बांध ले तो उसका पेट दर्द कम हो जाता है। जिन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उसे काला धागा पहनाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
  • घर को बुरी नज़र से बचाने के लिए काले धागे का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए काले धागे में नींबू-मिर्ची बांधकर घर के मुख्य दरवाजे पर लटका सकते हैं।

इन राशि के लोगों को नहीं बांधना चाहिए काला धागा:-  
काला धागा जहां लाभ देता है वहीं कुछ राशि के जातकों के लिए ये नुकसानदेह भी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृश्चिक और मेष राशि वालों को काला धागा नहीं बांधना चाहिए। मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह मंगल है और मंगल का रंग लाल है। मान्यता के अनुसार मंगल को काले रंग से नफरत है। ज्योतिषविदों के अनुसार इन दोनों राशि के जातकों को काला धागा बांधने से धन, मान सम्मान और स्वास्थ्य का नुकसान हो सकता है।

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