रिलेशनशिप। ऐसा कई बार देखने को मिलता है कि मजबूत रिश्ते भी बालू की तरह धीरे-धीरे ढह जाते हैं। वो भी बिना किसी शिकायत के। इसकी सबसे बड़ी वजह पार्टनर के मन में किसी तरह के गिल्ट यानी अपराधबोध का होना माना जाता है। ये अपराध बोध कई तरह के होते हैं, जो अलग-अलग तरीके से रिश्तों में दरार डालते हैं। रिलेशनशिप में हर वक्त खुद को जिम्मेदार समझना भी वास्तविक प्यार से दूरी बनाने का काम करता है। ऐसी सोच मानसिक तनाव का बढ़ाती है और रिश्ते में परेशानियां खड़ी होने लगती हैं।
अपराधबोध किसी को भी हो सकता है और कई बार ये रिश्ते पर भारी पड़ जाते हैं। आइए जानते हैं अपराधबोध या गिल्ट में पार्टनर हर बात को किस तरह लेने लगता है-
1.सर्वाइवल गिल्ट, जिसमें इंसान सोचता है कि मैं औरों की तुलना में बेहतर जीने या महसूस करने में कंफर्टेबल नहीं हूं।
2.सेपरेशन गिल्ट, जिसमें इंसान यह सोचने लगता है कि उसे अपने पार्टनर से अलग नहीं रहना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से मेरा पार्टनर मेरी वजह से दुखी रहेगा और विश्वासघात महसूस करेगा।
3.ओमनीपोटेंट रिस्पॉन्सिबिलिटी गिल्ट, इसमें इंसान समझने लगता है कि सभी की समस्याओं को ठीक करने की जिम्मेदारी एक मात्र उसकी है।
4.सेल्फ हेट, जिसमें वह महसूस करने लगता है कि मैं खुश रहने के लायक ही नहीं हूं।
क्या है वजह:-
विशेषज्ञ इसकी एक बड़ी वजह उनके बचपन को मानते हैं। अगर बचपन से ही इंसान अपने माता-पिता को तकलीफ में जीते देखा है या रिश्ते को निभाते देखा है तो इसका असर बच्चे की मानसिकता पर पड़ता है।