दुश्मन हमारी एक इंच भूमि पर भी उंगली नहीं रख सकता: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत

शिमला।  केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम के अंतरगत हिमाचल प्रदेश के भारत-चीन बॉर्डर से लगे गांवों का दौरा किया। शेखावत भारत-चीन बॉर्डर की चौकियों पर भी गए और जवानों से मुलाकात की। उन्होने कहा कि जवानों का जज्बा बता गया कि देश की सरहद पूर्णतः सुरक्षित है। दुश्मन हमारी एक इंच भूमि पर भी उंगली नहीं रख सकता।

केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि किन्नौर एरिया में बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन की ओर से बेजोड़ काम हो रहा है। यहां आने के बाद मैंने सीमावर्ती क्षेत्र में आधारभूत ढांचे के विकास को परखा। बीआरओ के अधिकारियों ने मैप के द्वारा मुझे विकास कार्यों का विवरण दिया।  केंद्र सरकार देश की सीमाओं पर हर समय सचेत होने के साथ ही स्थानीय निवासियों के जीवन में सुधार के लिए अभूतपूर्व कार्य भी कर रही है। तथा स्थानीय निवासियों से विकास कार्यों सहित कई विषयों पर वार्ता हुई। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हिमाचल की सुंदरता और संस्कृति का पवित्र बौद्ध मठ भी अतिमहत्वपूर्ण भाग हैं। किन्नौर के नाको मठ में पहुंचकर उसकी सांस्कृतिक-सामाजिक भागीदारी का समीप से अवलोकन किया। यहां परंपरा से सजे स्वागत और संगीत ने मन मोह लिया। ग्रामीणों के साथ बैठकर उनका हालचाल जाना और उन्हें मोदी सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

केंद्रीय मंत्री ने बॉर्डर के करीब शिपकी ला में जवानों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यहां राजस्थान के धरतीपुत्र बॉर्डर पर रक्षा सेवा में जोश और समर्पण के साथ संलग्न हैं।यहा मुझे  लगा कि जैसे वीर राजस्थानियों का परिवार आबाद है। ये जांबाज सिपाही राजस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं। वीरों की धरती राजस्थान की पीढ़ियां ऐसे ही वीरों से प्रेरणा लेकर रक्षा सेवा में निरंतर भागीदारी करती आई हैं। जवानों ने भी स्थानीय स्तर पर आ रहे सकारात्मक बदलाव की जानकारी दी। उन्‍होने कहा कि हिमाचल प्रदेश के दूरस्थ इलाकों में भारत-चीन की सीमा पर स्थापित चौकियों में जोधपुर लोकसभा क्षेत्र के भाणियाना से डूंगर सिंह, राकेश सिंह और झुंझुनूं से प्रमोद कुमार बहादुरी से चौकसी करते हैं। उनसे घर-परिवार और सेवा के समय पर अनौपचारिक चर्चा हुई। उनका जज्बा बता गया कि देश की सरहद पूर्णतः सुरक्षित है। दुश्मन हमारी एक इंच भूमि पर भी उंगली नहीं रख सकता। उन्‍होने यह भी कहा कि सीमा पर तैनात जवानों के चेहरे पर परेशानी की एक लकीर नहीं दिखाई दी। वे और उनके साथी जज्बे और जोश से मिले और उनसे बातें कर मेरा जज्बा और बढ़ गया।

 

वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम मोदी सरकार की एक योजना है,जिसमें सीमा से सटे गांवों में रहने वाले निवासियों को मूलभूत सुविधाएं देकर उनकी लाइफस्टाइल बेहतर करने में मदद की जा रही है। अभी इसके लिए अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के 19 जिलों के 46 ब्लॉकों में 2,967 गांवों की पहचान की गई है। मोदी सरकार ने वित्त-वर्ष 2022-23 से 2025-26 के सड़क संपर्क के लिए 2,500 करोड़ रुपए के साथ वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम के लिए 4,800 करोड़ रुपये को मंजूरी दी है। वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम के अंतरगत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अरुणाचल प्रदेश तो केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हिमाचल प्रदेश के सीमा से सटे गांवों को दौरा किया।

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