पहले ही दिन टर्मिनेट हुई देहरादून-सहारनपुर पैसेंजर
उत्तराखंड। कोरोना संकट के चलते डेढ़ साल बाद शुरू हुए देहरादून-सहारनपुर पैसेंजर के संचालन पर पहले दिन ही ब्रेक लग गया। दून से ट्रेन चली तो उसमें कुल 28 यात्री थे। हरिद्वार पहुंचने तक इनमें से दो ही यात्री बचे। एक यात्री के पास लक्सर का टिकट था और दूसरे के पास सहारनपुर का। यात्री संख्या को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने हरिद्वार में ही ट्रेन को टर्मिनेट कर दिया और शाम को रैक वापस देहरादून मंगवा ली। वहीं सहारनपुर नहीं पहुंचने पर इस ट्रेन का वापसी फेरा भी निरस्त कर दिया गया। बता दें कि देहरादून-सहारनपुर पैसेंजर को पिछले साल 22 मार्च को कोरोना संकट शुरू होने के साथ ही रेलवे बोर्ड के निर्देश पर निरस्त कर दिया गया था। हालांकि बाद में कोरोना को लेकर स्थितियां सामान्य होने के बाद देहरादून से संचालित होने वाली ज्यादातर ट्रेनों का संचालन नए सिरे से शुरू कर दिया गया। लेकिन देहरादून-सहारनपुर पैसेंजर का संचालन नहीं हो पाया। पैसेंजर ट्रेन का संचालन नहीं होने से देहरादून से हरिद्वार, लक्सर, रुड़की, भगवानपुर, सहारनपुर जाने वाले दैनिक यात्रियों को दिक्कतें हो रही थी। आखिरकार यात्रियों की समस्याओं को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने पैसेंजर ट्रेन को नए सिरे से संचालित करने का फैसला किया। सोमवार को पहले दिन देहरादून से सिर्फ 28 यात्रियों ने ट्रेन में सफर किया। हरिद्वार के लिए 22, ज्वालापुर के लिए एक, लक्सर के लिए तीन और हर्रावाला के लिए एक यात्री ने टिकट लेकर यात्रा की। रेलवे अधिकारियों की मानें तो पहले दिन ट्रेन के संचालन से रेलवे को 1010 रुपये की आमदनी हुई।