Gaganyaan Mission: जल्‍द ही अंतरिक्ष की सैर करेंगे भारतीय, सीई20 क्रायोजेनिक इंजन को मिली मंजूरी

Gaganyaan Mission: चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद भारत के पहले मानव रहित स्‍पेस मिशन (गगनयान मिशन) पर काम तेजी के साथ शुरू हो गया है. इस मिशन को बेहद ही खास बताया जा रहा है कि क्‍योंकि यदि यह मिशन सफल होता है तो अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा और इस दिशा में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान ऐंजसी ने अहम कदम बढ़ाया है.

इसरो ने मिशन गगनयान (Gaganyaan Mission) के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सीई20 क्रायोजेनिक इंजन अब गगनयान मिशन के लिए पूरी तरह से तैयार है. कई कठिन परीक्षणों के बाद आखिरकार CE20 क्रायोजेनिक इंजन को सेफ्टी का सर्टिफिकेट मिल गया है.

Gaganyaan Mission: इंजन की क्षमता का पता चला

दरअसल, इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्‍ट जारी कर कहा कि ‘सीई20 क्रायोजेनिक इंजन अब गगनयान मिशन के लिए एकदम तैयार है. हार्ड टेस्टिंग से इंजन की कपैसि‍टी का पता चलता है. उन्‍होंने कहा कि पहली मानव रहित उड़ान LVM3 G1 के लिए तैयार किए गए सीई20 क्रायोजेनिक इंजन को कई परीक्षणों से होकर गुजरना पड़ा, जिसके बाद अब उसे सेफ्टी सर्टिफिकेट मिल गया है.

Gaganyaan Mission: इंजन की टेस्टिंग जरूरी

इसरो ने बताया कि CE20 इंजन का ग्राउंड क्वालिफिकेशन टेस्ट का अंतिम दौर 13 फरवरी 2024 को पूरा हुआ था. इस टेस्‍ट के अंतर्गत इस क्रायोजेनिक इंजन की मानव रेटिंग प्रक्रिया को सफल माना गया है. इसके लिए ग्राउंड क्वालिफिकेशन टेस्ट इसलिए जरूरी होता है जिससे की पता चल सके कि इंजन ठीक से काम करेगा या नहीं? इंजन सुरक्षा के रूप में कैसा है साथ ही यह पूरी तरह तैयार है या नहीं.  इसके अलावा ये भी प्रामाणित करना जरूरी होता है कि कड़े सुरक्षा और विश्वसनीयता के पॉइंट्स को यह पूरा करता है या नहीं.

Gaganyaan Mission: गगनयान मिशन का उद्देश्य  

बता दें कि इसरो गगनयान मिशन के तहत इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है. इस मिशन के अंतर्गत तीन लोगों की टीम को अंतरिक्ष में पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजा जाएगा और फिर पुन: उन्हें सुरक्षित पृथ्वी पर वापस उतार लिया जाएगा. इसरो चीफ के मुताबिक, साल 2025 में इस मिशन को लॉन्च किया जा सकता है. हालांकि पहले यह मिशन साल 2022 में ही लॉन्च होना था लेकिन कोरोना महामारी और मिशन की जटिलताओं के चलते इसमें देरी हो गई. 

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