नई दिल्ली। आज जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक दो दिवसीय भारत यात्रा पर दिल्ली पहुंचीं। वे यहां विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत कई नेताओं से मुलाकात करेंगी। दिल्ली पहुंचने से पहले उन्होंने कहा कि भारत एक उभरती हुई आर्थिक शक्ति और ठोस लोकतंत्र है। वह कई देशों का रोल मॉडल है।
बेयरबॉक ने कहा कि तमाम आंतरिक और सामाजिक चुनौतियों के बावजूद भारत दुनिया के कई देशों के लिए एक आदर्श और सेतु है। भारत जर्मनी का भी एक स्वाभाविक साझेदार है। सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर और जर्मनी की उनकी समकक्ष एनालेना बेयरबॉक के बीच होने वाली वार्ता में चीन के साथ भारत के संबंध और यूक्रेन पर रूस के युद्ध के नतीजों पर चर्चा होने की संभावना है। बेयरबॉक दो दिवसीय यात्रा पर सोमवार सुबह दिल्ली पहुंच।
बेयरबॉक ने ट्वीट कर कहा, ‘जर्मनी के G7 की अध्यक्षता के अंतिम महीने में और भारत के G20 की अध्यक्षता संभालने के कुछ ही दिनों बाद मैं भारत का दौरा कर रही हूं। मेरी वार्ता हमारे समय के सबसे जरूरी कार्यों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।’
एनालेना बेयरबॉक ने कहा कि जलवायु संकट से निपटने और नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों देश मिलकर काम करेंगे। बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत ने दिखाया कि वह विश्व स्तर पर अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। भारत ने जी-20 शिखर बैठक में साफ कर दिया है कि वह रूस-यूक्रेन जंग के खिलाफ है। इसके लिए भारत को धन्यवाद।
इससे पहले जर्मन दूतावास ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बेयरबॉक की वार्ता में चीन के साथ भारत के संबंधों के साथ ही यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध और उसके नतीजों पर चर्चा किए जाने की संभावना है। दूतावास द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, बेयरबॉक ऐसे वक्त में भारत की यात्रा कर रही हैं, जब यूक्रेन पर रूस के युद्ध के वैश्विक परिणाम सामने आ रहे हैं। बर्लिन में जर्मनी के संघीय विदेश कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो दिवसीय यात्रा के दौरान तेल, कोयला और गैस के अलावा ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग पर भी बातचीत होगी।