वजन को करना है कंट्रोल तो इन दालों को डाइट में करें शामिल

हेल्‍थ। आजकल की बिजी लाइफ ने अच्छे-खासे इंसान के शरीर को बीमारियों का घर बना दिया है। इन्हीं बीमारियों में एक है मोटापा। जी हां, मोटापा बढ़ना आज की सबसे गंभीर समस्या बन कर उभरा है। वजन बढ़ने के तो कई कारण हैं, लेकिन इसे कम करना किसी चुनौती से कम नहीं है। हालांकि मोटापा कम करने के लिए व्‍यायाम के साथ हेल्दी फूड बेस्ट ऑप्शन हैं। यदि आप जल्दी वजन कम करना चाहते हैं, तो प्रोटीन व फाइबर से भरपूर दालों का सेवन करें। इनमें कैलोरी की मात्रा कम पाई जाती है। तो चलिए जानते हैं वो कौन सी दालें हैं जो वजन कम करने में कारगर हैं।

काबुली चना (छोले)

काबुली चना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसको अपने आहार में शामिल करने से वजन कम किया जा सकता है। काबुली चने में प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के साथ-साथ हड्डियों को भी मजबूत करते हैं।

हरी मूंग दाल

हरी मूंग दाल को अमूमन मरीजों का खाना कहा जाता है। घरों में बच्चे इसको खाने में मुंह बनाने लगते हैं। लेकिन मूंग दाल में पाए जाने वाले तत्व वजन कम करने में सहायक होते हैं। यह साबुत मूंग, छिलका मूंग और धुली मूंग तीन तरह की होती है। साबुत मूंग और हरी मूंग में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और इसलिए वजन घटाने के लिए यह बेस्‍ट ऑप्‍शन है।

​मसूर की दाल ​

मूंग दाल की तरह मसूर की दाल में भी कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह टेस्‍टी होने के साथ-साथ सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। मसूर की दाल न केवल वजन घटाने के लिए बल्कि कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल रखने और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाने में भी सहायक होती है। इसके अलावा यह दाल पोटेशियम, फोलेट और आयरन का भी अच्छा स्रोत है।

मोठ की दाल

मोठ की दाल अन्य दालों से कहीं ज्यादा बेहतर होती है। क्योंकि इस दाल में विटामिन बी, फाइबर और जिंक भरपूर मात्रा में होती है। इसमें कैल्शियम और प्रोटीन अच्छा होता है, जे हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ इम्यून पावर को बूस्‍ट करने में सहायक है। मोठ की दाल वजन घटाने और मसल्स बिल्डिंग के लिए सबसे बेस्ट है।

राजमा दाल

वेट लॉस कम करने में राजमा का नाम सबसे पहले आता है। यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हुए वजन को कंट्रोल रखती है। राजमा में प्रोटीन और फाइबर से भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। यह दिल के स्वस्थ रखने और ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में भी काफी मददगार होता है।

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