नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवाती तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि 6 मई के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात बनने और इसके परिणामस्वरूप अगले 48 घंटों में कम वायु दबाव का क्षेत्र विकसित होने के आसार है। इस वर्ष के पहले चक्रवाती तूफान के मई महीने में आने की आशंका जताई गई है।
IMD ने 6 मई को बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात बनने की आशंका जताई है। इसे लेकर IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि कुछ प्रणालियों द्वारा इसके एक चक्रवात होने का पूर्वानुमान जताया गया है। हम नजर रख रहे हैं। नियमित रूप से अपडेट उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं पूर्वानुमान के बाद, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने अधिकारियों से किसी भी घटना के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।
दरअसल मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस सप्ताह के अंत तक दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, कम दबाव के चक्रवाती तूफान का रूप लेने की आशंका प्रबल है। इस चक्रवात का असर पूर्वी भारत से लेकर बांग्लादेश और म्यांमार तक रहने की आंशका जताई गई है।
‘मोचा’ नाम क्यों
अगर आधिकारिक तौर पर पुष्टि की जाती है तो विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) और एशिया और प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक आयोग (ESCAP) के सदस्य देशों की ओर से अपनाई जाने वाली नामकरण प्रणाली के तहत चक्रवात का नाम ‘मोचा’ (Mocha) होगा। आपको बता दें कि यमन ने लाल सागर तट पर एक बंदरगाह शहर ‘मोचा’ के नाम पर इस चक्रवात के नाम का सुझाव दिया था। चक्रवात को लेकर IMD की भविष्यवाणी के बाद ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर चक्रवात से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों से किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने को अलर्ट किया।