लखनऊ। छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना में सामान्य व पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए आयसीमा बढ़ाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए समाज कल्याण विभाग नए सिरे से प्रस्ताव तैयार करवा रहा है। ढाई लाख रुपये तक सालाना आय वाले परिवारों के विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ मिल सकता है। इसे अगले सत्र से लागू करने की योजना है।
गरीब छात्रों की पढ़ाई पूरी कराने के लिए प्रदेश सरकार छात्रवृत्ति के साथ शुल्क भरपाई की सुविधा देती है। इसके लिए अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों के लिए आयसीमा ढाई लाख रुपये सालाना, जबकि अन्य वर्गों के लिए यह दो लाख रुपये सालाना है। हालांकि केंद्र सरकार की छात्रवृत्ति योजनाओं में सभी वर्गों के लिए यह सीमा ढाई लाख रुपये तक सालाना निर्धारित है।
यूपी में भी केंद्र के बराबर ही आयसीमा किए जाने पर लंबे समय से विचार चल रहा है। समाज कल्याण निदेशालय के एक अधिकारी ने नाम न छापने के आग्रह के साथ बताया कि सामान्य वर्ग के लिए यह प्रस्ताव उनका विभाग तैयार कर रहा है। शीघ्र ही इसे शासन को भेज दिया जाएगा। इसी तरह का प्रस्ताव पिछड़ा वर्ग विभाग भी तैयार करेगा।