जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के दोनों राजधानी शहरों जम्मू और श्रीनगर में मेट्रोलाइट रेल परियोजना का काम 2022 में शुरू करने की तैयारी है। डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को मंजूरी के लिए केंद्र आवास एवं शहरी विकास विभाग के पास भेजा जा चुका है। इसकी जल्द मंजूरी मिल सकती है। मेट्रालाइट रेल परियोजना में सड़कों के ऊपर गलियारा बनाया जाएगा, जहां से सार्वजनिक परिवहन की बड़ी सौगात मिलेगी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मेट्रोलाइट रेल परियोजना से जम्मू और श्रीनगर में यातायात की समस्याओं का स्थायी समाधान होगा। पहले मेट्रो रेल परियोजना के लिए डीपीआर तैयार की गई थी। मेट्रो ट्रेन का रूट जमीन पर तैयार होता है। इसके लिए कई सुरंगें बनाई जानी थीं। मेट्रो रेल परियोजना पर 10599 करोड़ की अनुमानित लागत आनी थी। तकनीकी विशेषज्ञों और केंद्रीय टीम के सर्वे में जम्मू और श्रीनगर शहरों को सुरंगों से रेल रूट के लिए उपयुक्त नहीं पाया। इसी के चलते सरकार प्रदेश सरकार ने मेट्रोलाइट रेल परियोजना के विकल्प पर काम करते हुए डीपीआर तैयार करवाई है। मेट्रोलाइट रेल परियोजना में सड़कों के ऊपर ऊंचे गलियारे (ऐलिवेटेड तरीके) से रेल लाइन बिछाई जाएगी और इस पर 7942 करोड़ की राशि खर्च होगी। जम्मू-कश्मीर सरकार की योजना और निगरानी विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रदेश सरकार ने इस परियोजना को आइकॉनिक की श्रेणी में रखा है। जिसमें बताया गया है कि जम्मू में 23 किलोमीटर लंबी मेट्रोलाइट रेल परियोजना पर लगभग 593 करोड़ और श्रीनगर में 25 किलोमीटर लंबे ट्रैक के लिए लगभग कुल 4352 करोड़ की लाग आएगी। मेट्रो ट्रेन परियोजना की डीपीआर में जम्मू मेट्रो पर लगभग 4825 करोड़ व श्रीनगर मेट्रो परियोजना पर लगभग 734 करोड़ की राशि खर्च होनी थी।