वास्तु। वास्तु शास्त्र का पूजा घर से एक विशिष्ट संबंध है। किसी व्यक्ति के घर में किसी भी प्रकार के वास्तु दोष का सीधा प्रभाव उस व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। हालांकि अगर पूजा स्थल में वास्तु दोष मौजूद है तो इसका प्रभाव व्यक्ति के भाग्य पर पड़ता है। दुकानों, उद्योगों, कार्यालयों आदि में निर्मित पूजा घर भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।
सनातन धर्म में देवी-देवताओं की तस्वीरें बेहद महत्वपूर्ण और शुभ मानी जाती हैं। हिंदू धर्म में पूजा स्थल का विशेष महत्व होता है। भगवान की तस्वीरों के लिए कुछ वास्तु दिशानिर्देश हैं जिनके बारे में लोगों को पता होना चाहिए। आज हम बात कर रहे हैं भगवान हनुमान की तस्वीर की। हिंदू धर्म में भगवान हनुमान को कलयुग का देवता माना जाता है। कहा जाता है कि भगवान हनुमान जल्दी ही प्रसन्न होने वाले देवता हैं। तो आइए जानते हैं घर पर किस दिशा में हनुमान जी की मूर्ति रखना बेहद शुभ होता है।
- घर में हनुमानजी का चित्र लगाने से सभी प्रकार की समस्याएं और बाधाएं दूर हो जाती हैं। मान्यता है कि हनुमानजी की तस्वीर लगाने से सभी बुरी शक्तियां दूर रहती हैं। वास्तु के मुताबिक, हनुमान जी मूर्ति या फोटो को दक्षिण दिशा में लगाना शुभ माना गया है। इस बात का ध्यान रखें कि जब भी हनुमान जी मूर्ति इस दिशा में लगाएं तो हनुमान जी बैठे हुए अवस्था में होना चाहिए।
- घर में हनुमानजी का चित्र उत्तर की ओर मुख करके रखना चाहिए और यह तस्वीर वास्तव में सौभाग्य की बात है। इस तस्वीर को घर में लगाने से मां लक्ष्मी को प्रसन्न किया जा सकता है।
- वास्तु के नियमों के अनुसार, भगवान हनुमान की फोटो या मूर्ति को कभी भी शयनकक्ष में नहीं रखना चाहिए। शयन कक्ष में हनुमान जी मूर्ति रखने से वास्तुदोष पैदा होता है।
- वास्तु के मुताबिक जहां पर भी हनुमान जी की फोटो या मूर्ति हो वहां पर हमेशा साफ-सफाई और नियमित रूप से उनकी पूजा-आराधना जरूर करनी चाहिए। जिन घरों में हनुमान जी मूर्ति होती है वहां पर हर मंगलवार के दिन विधि-विधान से उनकी पूजा करना और सुंदरकांड का पाठ करना शुभफलदायी माना जाता है।
- घर की दक्षिण दिशा वाली दीवार पर लाल रंग की बैठी हुई मुद्रा में हनुमान जी का चित्र लगाने से दक्षिण दिशा से आने वाली नकारात्मक ऊर्जाएं खत्म हो जाती है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक हनुमान जी की फोटो या मूर्ति को कभी भी भूलकर सीढ़ियों के नीचे, रसोईघर या अन्य किसी अपवित्र स्थान पर भी इनका चित्र नहीं लगाना चाहिए।